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खटाखट नौकरी... युवाओं की निकली लॉटरी! बिहार में जल्द निकलेगी 3326 पदों पर भर्ती, शुरू हुई प्रक्रिया

बिहार सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए 3326 ड्रेसरों की बहाली का फैसला किया है। इस बहाली से सरकारी अस्पतालों में मरीजों को बेहतर इलाज की सुविधा मिलेगी। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने बताया कि ड्रेसर की बहाली के लिए बिहार तकनीकी सेवा आयोग को अधियाचना भेज दी गई है। इस बहाली से कई युवाओं को रोजगार मिलेगा।

By Arun Ashesh Edited By: Rajat Mourya Updated: Thu, 21 Nov 2024 08:19 PM (IST)
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3326 ड्रेसर की बहाली के लिए तकनीकी सेवा आयोग को भेजी गई अधियाचना
राज्य ब्यूरो, पटना। स्वास्थ्य विभाग ड्रेसर के 3326 पदों पर जल्द ही नई बहाली की तैयारी में है। ड्रेसर की बहाली से सरकारी अस्पतालों में मरीजों को इलाज की बेहतर सुविधा दी जा सकेगी। यह जानकारी गुरुवार को स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने दी।

मंत्री ने कहा कि राजद शासनकाल में ड्रेसर तो दूर चिकित्सकों, भवनों, नर्सों, ओटी, नर्सिंग स्टाफ व दवाईयों की घोर कमी रहती थी। मगर आज सुशासन की सरकार में दवा शत-प्रतिशत रहती है तो अस्पताल हाईटेक हो गए हैं। आने वाले एक - दो माह में सैकड़ों नए अस्पतालों का उद्घाटन भी होगा। जिससे स्वास्थ्य सेवाएं तो बेहतर होंगी साथ-साथ रोजगार को भी बल मिलेगा।

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार युवाओं को प्रदेश में लगातार रोजगार बांट रहे हैं। उसी क्रम में स्वास्थ्य विभाग की ओर से बिहार परिधापक ( ड्रेसर ) संवर्ग के मूल पद पर बहाली करने जा रहा है। जिससे अस्पतालों में मरीजों को त्वरित इलाज कराने में और सुविधा पहुंचेगी।

पांडेय ने बताया कि 3326 रिक्त पड़े ड्रेसर के पद पर नियमित बहाली की प्रक्रिया पूर्ण करने के लिए बिहार तकनीकी सेवा आयोग को स्वास्थ्य विभाग ने अधियाचना भेज दी है। इस नई बहाली से कई युवाओं को रोजगार मिलेगा। जिसके बाद छोटे अस्पतालों पर पड़ने वाली अतिरिक्त भार को कम किया जा सकेगा। लंबे समय से इस बहाली की चर्चा थी। मगर नीतीश कुमार की देन है कि उन्होंने इस पर संज्ञान लिया और अब बहाली की प्रक्रिया पूर्ण होने वाली है।

पांडेय ने कहा कि अस्पताल में कंपाउंडर व परिधापक भी एक अहम कड़ी होते हैं। कर्मियों के अभाव में रोगियों को परेशानी होती है। जिसे दूर कर मौजूदा सरकार उन्नत स्वास्थ्य सेवाएं दे रही है। एक ड्रेसर डॉक्टरों और नर्सों को घावों पर पट्टी बांधने, पट्टियां लगाने और रोगियों को बुनियादी चिकित्सा देखभाल प्रदान करने में सहायता करता है।

सचिव ने रिक्तियों की सूची मांगी, इंजीनियरिंग कॉलेजों एव पॉलिटेक्नीक संस्थानों में होगी नियुक्ति

विज्ञान, प्रावैधिकी एवं तकनीकी शिक्षा विभाग की सचिव डॉ. प्रतिमा ने विभाग की रिक्तियों की जानकारी उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है।गुरुवार को विभाग की साप्ताहिक समीक्षा बैठक में उन्होंने यह निर्देश दिया। कहा कि रिक्तियों की सूची मिल जाएं तो उन्हें भरने के लिए बिहार लोकसेवा आयोग एवं बिहार तकनीकी सेवा आयोग को भेजी जाएगी।

उन्होंने अधिकारियों-कर्मचरियों से कहा कि वे अकारण अवकाश लेने की प्रवृति से बचें। प्रयास करें कि विभाग में शून्य अनुपस्थिति का वातावरण बने। सभी विभागीय कर्मी बायोमीट्रिक सिस्टम में दो बार उपस्थिति दर्ज कराएं। संचिकाओं का निष्पादन ई आफिस के माध्यम से करें, ताकि अगले साल के जनवरी में पूरा काम ई आफिस के माध्यम से होने लगे।

उन्होंने इंजीनियरिंग कॉलेजों और पॉलिटेक्नीक संस्थानों की बुनियादी सुविधाओं की सूची बनाने का भी निर्देश दिया, ताकि इनका समाधान हो सके। इसमें कक्षाओं की उपलब्धता के अलावा हास्टल, शिक्षकों के आवास और परिसर की बाउंड्री आदि का विवरण देना होगा। बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए सूची संबंधित विभागों को भेजी जाएगी। बैठक में विभाग के अपर सचिव अहमद महमूद, विशेष कार्य पदाधिकारी मोनिका ठाकुर, सोनी कुमारी के अलावा अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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