'दूसरे राज्यों से यहां आकर लोग अपने को बिहारी मानने लगते हैं', राज्यपाल ने बिहार को लेकर ये बातें कहीं
Bihar News राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर ने कहा कि दूसरे राज्यों से बिहार आकर लोग अपने को बिहारी मानने लगते हैं और यहीं की भाषा-बोली और संस्कृति को अपना लेते हैं। इसके बाद राज्यपाल ने बिहारियों को उनके दायित्व से रूबरू कराया। कहा कि बिहार की अच्छाई के बारे में लोगों को बताएं और कुछ प्रदेशों में बने बिहार की नकारात्मक छवि को बदलने का प्रयास करें।
राज्य ब्यूरो, पटना। राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर ने शुक्रवार को राजभवन के दरबार हाल में एक भारत, श्रेष्ठ भारत के तहत आयोजित मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, लक्षद्वीप एवं अंडमान तथा निकोबार द्वीप समूह के स्थापना दिवस कार्यक्रम का उद्घाटन किया।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि भारत के लगभग सभी राज्यों के लोग बिहार में रहकर व्यापार, सरकारी सेवा, पढ़ाई एवं आजीविका आदि के लिए कार्य करते हैं और इस राज्य ने सबको प्रेम, सम्मान और अपनापन दिया है।
'बिहार की अच्छाई के बारे में लोगों को बताएं'
दूसरे राज्यों से यहां आकर लोग अपने को बिहारी मानने लगते हैं और यहीं की भाषा-बोली और संस्कृति को अपना लेते हैं। इसलिए हमारा दायित्व है कि हम बिहार की अच्छाई के बारे में लोगों को बताएं और कुछ प्रदेशों में बने बिहार की नकारात्मक छवि को बदलने का प्रयास करें।
इस अवसर पर मगध प्रमंडल के आयुक्त मयंक वरवड़े, विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपति, राज्यपाल के प्रधान सचिव राबर्ट एल. चोंग्थू, बिहार में पदस्थापित मध्य प्रदेश व छत्तीसगढ़ आदि राज्यों के पदाधिकारी उपस्थित थे।
इससे पहले गुरुवार को राजभवन में पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और चंडीगढ़ के स्थापना दिवस मनाया गया था, जिसमें राज्यपाल, पुलिस महानिदेशक आरएस भट्ठी, कला, संस्कृति एवं युवा विभाग की हरजोत कौर, पंजाबी बिरादरी के अध्यक्ष दिलजीत खन्ना अन्य अधिकारी मौजूद थे।
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