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Bihar Politics: इधर जन सुराज पार्टी की लॉन्चिंग में शराबबंदी हटाने की बात, उधर JDU के रिएक्शन से मच सकता है घमासान

जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने प्रशांत किशोर के शराबबंदी हटाने के बयान को महात्मा गांधी का अपमान बताया। उन्होंने कहा कि शराबबंदी से घरेलू हिंसा में कमी आई है और बिहार की जनता खासकर महिलाएं इसे खत्म करने के विचार को स्वीकार नहीं करेंगी। कुशवाहा ने यह भी कहा कि जन सुराज पार्टी 2025 के विधानसभा चुनाव में राजनीतिक छुरछुरी साबित होगी।

By BHUWANESHWAR VATSYAYAN Edited By: Mukul Kumar Updated: Thu, 03 Oct 2024 08:21 PM (IST)
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प्रशांत किशोर और नीतीश कुमार। फाइल फोटो

राज्य ब्यूरो, पटना। जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने गुरुवार को कहा कि गांधी जयंती पर प्रशांत किशोर द्वारा शराबबंदी हटाने की घोषणा से जुड़ा बयान राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का अपमान है।

आबकारी अधिनियम के तहत गांधी जयंती के दिन देशभर में शराब की खरीद-बिक्री पर पूर्णत: प्रतिबंध रहता है। इस अवसर पर जन सुराज पार्टी के संस्थापक द्वारा बिहार में शराबबंदी कानून हटाने की बात कहना महात्मा गांधी के प्रति लोगों की भावना को ठेस पहुंचाना है।

जदयू प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि शराबबंदी कानून ,से महिलाओं के विरुद्ध हाेने वाली घरेलू हिंसा में काफी कमी आयी है। पर प्रशांत किशोर को सामाजिक सुधार के विषयों से कुछ लेना-देना नहीं है।

उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी शराब के सेवन को एक सामाजिक बुराई मानते थे। इसलिए उनका यह प्रश्न है कि क्या प्रशांत किशोर शराबबंदी को खत्म कर प्रदेश में सामाजिक दुर्गंध फैलाना चाहते हैं?

उमेश कुशवाहा ने कहा कि अगर उनकी यह मंशा है तो बिहार की जनता और खासकर महिलाएं इसे कतई स्वीकार नहीं करेगी। जनसुराज पार्टी 2025 के विधानसभा चुनाव में राजनीतिक छुरछुरी साबित होगी।

प्रशांत किशोर ने अपनी असली मानसिकता को उजागर किया : शीला मंडल

परिवहन मंत्री शीला मंडल ने गुरुवार को कहा कि गांधी जयंती के दिन शराबबंदी हटाने की बात कर प्रशांत किशोर ने अपनी असली मानसिकता को उजागर किया है। जदयू प्रदेश कार्यालय में आयोजित जन सुनवाई कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बातचीत क्रम में उन्होंने यह बात कही।

परिवहन मंत्री ने कहा कि प्रशांत किशोर को इस बात की जानकारी नहीं है कि शराबबंदी से कितने घरों में खुशियां लौटी है। समाज में अमन-चैन का माहौल कायम हुआ है। आज किसी चौराहे पर कोई भी व्यक्ति शराब पीकर उपद्रव करने या भी हुड़दंग का साहस नहीं कर सकता। वह जमीन हकीकत से अनभिज्ञ हैं।

उन्होंने कहा कि शराबबंदी की अहमियत का उन्हें अंदाजा नहीं है। जन सुनवाई कार्यक्रम में जदयू नेता प्रो. नवीन आर्या चंद्रवंशी व प्रदेश महासचिव विनोद सिंह भी मौजूद थे।

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