Bihar Politics: 'अगर मैं मुस्लिम बन गया तो...', Nitish Kumar के मंत्री ने क्यों कह दी ये बात; फिर छिड़ेगा सियासी बवाल!
नीतीश कुमार के मंत्री अशोक चौधरी के एक बयान से सियासी बवाल छिड़ सकता है। उन्होंने कहा है कि राजनीति और धर्म को नहीं जोड़ना चाहिए। अगर वो अजमेर शरीफ गए और वहां उन्हें दिव्य ज्ञान की प्राप्ति हुई तो वो मुस्लिम भी बन सकते हैं। अशोक चौधरी ने यह भी कहा कि धर्म तो अपनाने की चीज है इसमें कोई प्रतिबंध नहीं है।
डिजिटल डेस्क, पटना। रामलला के प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियां अयोध्या में जोरों-शोरों से जारी है। देश के तमाम वीवीआईपी और राजनेता प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होंगे। हालांकि, इसको लेकर अब राजनीति भी तेज हो गई है। पहले बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने कहा था कि जितना खर्च अयोध्या में मंदिर बनाने में हो रहा है, उससे कितना विकास हो सकता था।
वहीं, अब बिहार के मंत्री अशोक चौधरी ने कह दिया है कि राम मंदिर निर्माण का राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए। मंत्री अशोक चौधरी (Ashok Choudhary) ने शुक्रवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा, "धर्म तो अपनाने की चीज है। आज मैं हिंदू हूं, कल अगर मैं लछुआड़ जाऊंगा और जैन बनने के लिए प्रेरित होऊंगा... तो क्या इस पर कोई प्रतिबंध है?"
#WATCH | Bihar Minister Ashok Chaudhary says, "Religion is a thing to adopt. Today I am a Hindu, tomorrow if I go to Lachhuar and get inspired to become a Jain... Is there any restriction on this? Tomorrow if I go to Ajmer Sharif and get divine knowledge to become a… pic.twitter.com/DfK4NCJ0bd
— ANI (@ANI) January 5, 2024
'...हो सकता है मैं मुस्लिम बन जाऊं'
अशोक चौधरी ने आगे कहा कि अगर मैं अजमेर शरीफ गया और वहां मुझे दिव्य ज्ञान की प्राप्ति हो गई तो हो सकता है कि मुस्लिम बन जाएं... धर्म और राजनीति अपनी-अपनी जगह है। उन्होंने कहा कि अंग्रेजों ने हिंदुस्तान को लूटा और सारा धन इंग्लैंड ले गए। जब हिंदुस्तान मुगलों के अधीन था, तब देश कमजोर नहीं था... इसलिए हमें गरीबों, वंचितों और शोषितों को सशक्त बनाना चाहिए।'धर्म को राजनीति से जोड़ना ठीक नहीं'
मंत्री ने कहा कि धर्म को राजनीति से जोड़ना ठीक नहीं है। राम मंदिर निर्माण का राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए। बता दें कि दो दिन पहले तेजस्वी यादव ने धर्म और राजनीति पर बात की थी। उन्होंने कहा था कि हम किसी धर्म का अपमान नहीं करते। खुद भी मुंडन कराया है। छठ व्रत में आस्था है। भगवा रंग किसी की जागिर नहीं है। राष्ट्रीय झंडा में भगवा रंग है। हमारा भी रंग भगवा है, लेकिन हरा रंग लेकर घूमेंगे तो कहेगा कि नफरत पैदा करता है। उन्होंने लोगों से सवाल किया कि बताइए कि बीमार पड़ने पर हॉस्पिटल जाएंगे कि मंदिर।
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