दिग्गजों की मां, पत्नी और बहू निकाय चुनाव में खा गई पटखनी तो वहीं वार्ड पार्षद बनकर 21 साल की छात्रा बनी मिसाल
Bihar Nagar Nikay Chunav Result 2022 बिहार के 156 नगर निकायों के लिए 18 दिसंबर को हुए मतदान के नतीजे आज घोषित हो गए। इस दौरान कई जगहों पर दिलचस्प मुकाबला देखने को मिला। कहीं पर सूबे के मंत्री की मां और बहू तो कहीं सांसद की पत्नी हार गई।
पटना, जागरण डिजिटल डेस्क। बिहार नगर निकाय चुनाव के पहले चरण के नतीजे आ गए हैं। 156 नगर निकायों में 68 नगर परिषदों और 88 नगर पंचायतों के लिए 18 दिसंबर को मतदान हुआ था। नगर निकाय चुनाव में पार्षद, मुख्य पार्षद व उप मुख्य पार्षद के पद पर कुल 21,787 उम्मीदवार चुनावी मैदान में थे। मंगलवार को मतगणना के दौरान कई जगहों पर प्रत्याशियों के बीच दिलचस्प मुकाबला देखने को मिला। कहीं पर सूबे के मंत्री की मां और बहू की प्रतिष्ठा दांव पर लगी थी, तो कहीं पर एक ही परिवार के कई सदस्य निकाय चुनाव में अपनी किस्मत आजमाने उतरे थे।
सूबे के मंत्री नहीं दिला सके मां और बहू को जीत
बात करें छपरा के दिघवारा नगर पंचायत की तो यहां पर बिहार के श्रम संसाधन मंत्री सुरेंद्र राम की मां कलावती देवीवार्ड पार्षद के पद पर मैदान में थी। वहीं, मंत्री की बहू राजनंदिनी देवी भी दिघवारा नगर पंचायत में मुख्य पार्षद पद पर हार गई। दिघवारा नगर पंचायत के वार्ड नंबर सात से सूबे के मंत्री सुरेंद्र राम की माता को मुनेश्वर पासवान ने 139 वोटों से हराया है।
एक ही परिवार का तीन पदों पर कब्जा
भोजपुर जिले के बिहिया नगर पंचायत क्षेत्र में एक ही परिवार के तीन सदस्यों ने तीन पदों पर कब्जा जमा लिया है। बिहिया उप मुख्य पार्षद पद पर विजय कुमार गुप्ता ने जीत दर्ज की है। इनको 2918 वोट मिले है। इन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी नूरजहां खातून को 689 वोट से हराया है। अपनी जीत दर्ज कराने के साथ इन्होंने अपनी पत्नी और चाची की भी चुनावी नैया पार लगा दी है।
नवनिर्वाचित मुख्य पार्षद विजय कुमार गुप्ता की पत्नी पूजा देवी वार्ड नंबर 11 वार्ड पार्षद पद पर चुनाव जीत गई है। इस परिवार के चुनाव जीतने का सिलसिला यहीं नहीं रुका बल्कि आगे बढ़ते हुए विजय कुमार ने वार्ड नंबर 10 से अपनी चाची अंजू देवी को भी चुनाव जितवा कर एक नया रिकॉर्ड बनाया है।
भाजपा सांसद की पत्नी नहीं जीत सकी जनता का दिल
मुजफ्फरपुर के भाजपा सांसद अजय निषाद की पत्नी और हाजीपुर नगर परिषद की पूर्व सभापति रमा निषाद का भी नगर निकाय में जादू नहीं चल सका। हाजीपुर नगर परिषद के वार्ड नंबर एक से रमा निषाद पार्षद पद का चुनाव हार गई।
21 साल की उम्र में वार्ड पार्षद बनकर छात्रा ने पेश की मिसाल
बक्सर के चौसा में अंजू कुमारी की हर तरफ चर्चा हो रही है। हो भी क्यों न? 21 साल की उम्र में जब उनकी उम्र की लड़कियां करियर बनाने का सपना देख रही होती हैं, उस पड़ाव में छात्रा अंजू ने वार्ड पार्षद बनकर समाज की दूसरी लड़कियों के लिए मिसाल पेश की है। वहीं, अंतरराष्ट्रीय पहलवान अविनाश की मां सरिता देवी चौसा की उप मुख्य पार्षद बन गई है।
पूर्व वार्ड पार्षद की पत्नी बनी मुख्य पार्षद
बक्सर जिले के अंतर्गत बक्सर नगर परिषद सीट से कमरून निशा करीब डेढ़ हजार मतों के अंतर से मुख्य पार्षद पद के लिए चुनाव जीत गई हैं। कमरून निशा शहर के सामाजिक कार्यकर्ता नियामतुल्लाह फरीदी की पत्नी हैं। उनके पति भी पहले वार्ड पार्षद के रूप में प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। उन्होंने निवर्तमान मुख्य पार्षद माया देवी को हराया है।