Bihar News: ईओयू में बनेगी क्रिप्टो करेंसी यूनिट और डार्क नेट लैब, हर जिले में Cyber Lab की भी होगी शुरूआत
Bihar EOU News साइबर अपराधी क्रिप्टो करेंसी (डिजिटल मुद्रा) के जरिए इंटरनेट मीडिया पर लोगों को ब्लैकमेल कर फिरौती मांग रहे हैं। इसके अलावा गांजा चरस की तस्करी में भी क्रिप्टो करेंसी का इस्तेमाल हो रहा है। डार्क नेट के जरिए मादक द्रव्यों की खरीदारी की जा रही है। बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) के विश्लेषण में यह बातें सामने आई है।
राज्य ब्यूरो, पटना। साइबर अपराधी क्रिप्टो करेंसी (डिजिटल मुद्रा) के जरिए इंटरनेट मीडिया पर लोगों को ब्लैकमेल कर फिरौती मांग रहे हैं। इसके अलावा गांजा, चरस की तस्करी में भी क्रिप्टो करेंसी का इस्तेमाल हो रहा है। डार्क नेट के जरिए मादक द्रव्यों की खरीदारी की जा रही है।
बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) के विश्लेषण में यह बातें सामने आई है। इससे निबटने के लिए ईओयू मुख्यालय के लैब में क्रिप्टो करेंसी यूनिट स्थापित की जाएगी।
इसके अलावा डार्क नेट लैब भी स्थापित की जाएगी। इससे क्रिप्टो करेंसी से जुड़े लेन-देने पर तकनीकी टीम नजर तो रखेगी ही साक्ष्य संकलन में भी मदद मिलेगी।
ईओयू के डीआईजी मानवजीत सिंह ढिल्लों ने मंगलवार को बताया क्रिप्टो करेंसी यूनिट और डार्क नेट लैब के लिए जल्द ही अत्याधुनिक उपकरणों की खरीद की जाएगी। इसके अलावा साइबर अपराध की रोकथाम के लिए ड्रोन, सेटेलाइट फोन की खरीद की जा रही है।
अब जिलों में ही हो सकेगी तकनीकी जांच
44 लाख से सुदृढ़ होगा कॉल सेंटर
साइबर अपराधियों को न सिर्फ पकड़ने, बल्कि उनके विरुद्ध चार्जशीट करने और साक्ष्य संकलन कर कोर्ट में सजा दिलाने के लिए ईओयू को तकनीकी रूप से और मजबूत किया जा रहा है। इसके लिए मुख्यालय में क्रिप्टो करेंसी यूनिट और डार्क नेट लैब बनाई जाएगी। हर जिले में साइबर लैब भी शुरू की जाएगी। - मानवजीत सिंह ढिल्लों, डीआईजी, ईओयू
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