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Bihar Teacher News: बीएड की डिग्री में झोल? शिक्षा विभाग ने 6 जिलों के शिक्षकों पर कसा शिकंजा, नोटिस जारी

बिहार के 6 जिलों के 32 नियोजित शिक्षकों पर शिक्षा विभाग (Bihar Teacher News) शिकंजा कसने की तैयारी कर रहा है। काउंसलिंग के दौरान इन सभी शिक्षकों की डिग्रियों पर संदेह हुआ है। विभागीय कार्रवाई से पहले ऐसे शिक्षकों को संबंधित जिला कार्यक्रम पदाधिकारी द्वारा कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। इन शिक्षकों की नौकरी पर भी खतरा मंडराने लगा है।

By Dina Nath Sahani Edited By: Rajat Mourya Updated: Wed, 07 Aug 2024 02:30 PM (IST)
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काउंसलिंग में डिग्रियों पर संदेह हुआ तो शिक्षा विभाग ने कसा शिंकजा (प्रतीकात्मक तस्वीर)

राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Sakshamta Pariksha सक्षमता परीक्षा उत्तीर्ण कर चुके नियोजित शिक्षकों की काउंसलिंग प्रक्रिया जारी है। इस बीच प्रमाण पत्रों के सत्यापन के क्रम में कई शिक्षक संदेह के घेरे में आ रहे हैं। ऐसे मामला छह जिलों में पकड़ में आया है, जहां 32 शिक्षकों के बीएड की डिग्रियों में विसंगति मिली है।

ये डिग्रियां उन शिक्षण संस्थानों संस्थानों से संबंधित है, जो शिक्षा विभाग की सूची में अमान्य घोषित हैं। ऐसे शिक्षकों को संबंधित जिला कार्यक्रम पदाधिकारी द्वारा कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।

काउंसलिंग से संबंधित शिक्षा अधिकारियों ने बताया कि अपने प्रमाण पत्रों को लेकर कई शिक्षक संदेह के घेरे में आ रहे हैं। इसके मद्देनजर काउंसलिंग में प्रमाण पत्रों के सत्यापन में सावधानी बरती जा रही है।

किस जिले मे कितने शिक्षक संदेह के घेरे में?

सिवान में दो, औरंगाबाद में छह, पश्चिम चंपारण में चार, किशनगंज में तीन, कटिहार में नौ, मधुबनी में चार और मधेपुरा जिले में चार नियोजित शिक्षकों के बीएड की डिग्रियां का मामला संदिग्ध पाया गया है। इनमें प्रारंभिक शिक्षक से लेकर माध्यमिक शिक्षक तक हैं।

औरंगाबाद में जो छह शिक्षक काउंसलिंग के दौरान संदेह के घेरे में आए हैं। सभी जिला परिषद माध्यमिक शिक्षक हैं। इनमें पांच ऐसे हैं, जिनकी बीएड की डिग्री पर सवाल उठे हैं। एक शिक्षक का मामला विषय विसंगति का है।

बीएड की डिग्री पर उठे सवाल

जिन पांच शिक्षकों के बीएड की डिग्री पर सवाल उठे हैं, उनमें तीन शिक्षकों की बीएड की डिग्री उन संस्थानों से है, जो शिक्षा विभाग की सूची में अमान्य हैं। दो शिक्षकों की बीएड की डिग्री जिन संस्थानों से है, वे संदेहास्पद हैं। सभी छह शिक्षकों को वहां के जिला मैं कार्यक्रम पदाधिकारी ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है।

इसी तरह पश्चिम चंपारण, किशनगंज, कटिहार, मधुबनी और मधेपुरा जिले में शिक्षकों की डिग्रियां पायी गयी हैं। काउंसलिंग में शिक्षकों द्वारा सक्षमता परीक्षा का फार्म भरते वक्त अपलोड किए गए प्रमाण पत्र, अभिलेख, दस्तावेज का मिलान शिक्षक अभ्यर्थी द्वारा प्रस्तुत किए गए प्रमाण पत्र, अभिलेख, दस्तावेज से किए जा रहे हैं।

काउंसलिंग में स्लॉट-वार नियोजित शिक्षकों को बुलाया जा रहा है। इसके लिए मोबाइल नंबर पर एसएमएस के माध्यम से सूचन दी जा रही है। यह सूचना ई-शिक्षाकोष पोर्टल पर भी प्रदर्शित की जा रही है। इसके अतिरिक्त तिथिवार-स्लॉट वार निर्धारित अभ्यर्थियों की सूची शिक्षा विभाग की वेबसाइट पर भी उपलब्ध है।

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