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Bihar News: 'मुंशी और दलालों ने...', भूमि सुधार मंत्री अपने विभाग के भ्रष्‍टाचार से हुए परेशान; अफसरों से की ये अपील

बिहार सरकार के राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री डा. दिलीप कुमार जायसवाल अपने विभाग में भ्रष्‍टाचार की शिकायतों से परेशान है। उनकी यह पीड़ा अपर समाहर्ताओं की बैठक को संबोधित करने के दौरान सामने आई। उन्‍होंने कहा कि निर्धन लोगों का भी कोई काम बिना पैसे के नहीं हो रहा है। मैं जहां भी जा रहा हूं लोग अंचल स्तर के कर्मियों के भ्रष्टाचार की शिकायतें लेकर आ रहे हैं।

By Arun Ashesh Edited By: Prateek Jain Updated: Sun, 14 Jul 2024 04:43 PM (IST)
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राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग कार्यालय में सभी जिला के अपर समाहर्ता के साथ समीक्षा बैठक करते मंत्री।

राज्य ब्यूरो, पटना। राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री डा. दिलीप कुमार जायसवाल ने कहा है राजस्व कर्मचारी और उनके नीचे स्तर के मुंशी और दलालों ने भू-माफियाओं के साथ मिलकर स्थिति को गंभीर बना दिया है।

निर्धन लोगों का भी कोई काम बिना पैसे के नहीं हो रहा है। मैं जहां भी जा रहा हूं, लोग अंचल स्तर के कर्मियों के भ्रष्टाचार की शिकायतें लेकर आ जा रहे हैं।

डा. जायसवाल रविवार को यहां अपर समाहर्ताओं की बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा-हमारी कुर्सी किसी भी तरह के भ्रष्टचार में लिप्त नहीं होगी। अपेक्षा है कि आप भी ईमानदारी और निष्ठा से काम करें।

उन्होंने अधिकारियों से प्रश्न किया-क्या हम भ्रष्टाचार के दाग से मुक्त हो सकते हैं? उन्होंने स्वयं उत्तर भी दिया-मजबूत इच्छाशक्ति से यह संभव है। आइए, इस महीने से भ्रष्टाचार मुक्त कार्य प्रणाली की शुरुआत करें। पहले महीने में दस प्रतिशत सफलता का लक्ष्य रखें।

अपर समाहर्ताओं को पहल करनी ही होगी: जायसवाल

अंचल स्तर पर विभाग की बदनामी कम करने के लिए अपर समाहर्ताओं को पहल करनी ही होगी। डा. जायसवाल ने कहा कि अपर समाहर्ताओं का आदेश नीचे के राजस्व कार्यालयों में महीनों तक पेंडिंग पड़ा रहता है।

अंचल अधिकारी और भूमि सुधार उप समाहर्ता उनका संज्ञान नहीं लेते। आपका डर नीचे के अधिकारियों में होना चाहिए। नीचे के कार्यालयों की नियमित एवं सघन जांच करें। सेवाओं में पहले आइए, पहले पाइए का फार्मूला काम नहीं कर रहा है। अपर समाहर्ता इसे देखें।

अगर अंचलाधिकारी के स्तर पर गडबड़ी हो रही है तो उनके विरूद्ध कार्रवाई की अनुशंसा करें। पहले आइए, पहले पाइए के फार्मूला के उल्लंघन की 11 हजार से अधिक शिकायतें मिली हैं। दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने बेहतर काम के लिए बांका जिले की प्रशंसा की। मधुबनी को सुधरने के लिए कहा। इनसेट

दाखिल-खारिज से जुड़ी 70 प्रतिशत शिकायतें

अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह ने कहा कि नीचे के कार्यालयों में शिकायतों का ठीक से निपटारा नहीं किया जा रहा है, जिससे राज्य स्तर पर शिकायतें आ रही हैं। 60 से 70 फीसदी शिकायतें तो दाखिल-खारिज से संबंधित हैं।

कार्य संस्कृति में बदलाव लाकर इसे ठीक किया जा सकता है। अपने कार्यालय आए मुलाकातियों से निर्धारित अवधि में अवश्य मिलें। उन्हें अपने कर्मचारियों के रहमोकरम पर नहीं छोड़ें।

बैठक में विभाग के विशेष कार्य पदाधिकारी लक्ष्मण तिवारी, विशेष सचिव महफूज आलम, अतिरिक्त सचिव अरुण कुमार सिंह, संयुक्त सचिव आजीव वत्सराज समेत सभी वरीय पदाधिकारी और सभी 38 जिलों से आए अपर समाहर्ता उपस्थित थे।

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