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Bihar News: 12वीं पास छात्रों के लिए नया साल ला रहा खुशखबरी! विश्वविद्यालयों में शुरू होंगे तीन से छह माह के स्किल कोर्स

राज्य में बारहवीं कक्षा को पास करने वाले छात्र-छात्राओं के लिए नये साल से राज्य के विश्वविद्यालयों में शॉर्ट-टर्म स्किल कोर्स शुरू होंगे। ये कोर्स तीन से छह माह के होंगे जिसमें स्मार्ट सिटी से लेकर 5जी कनेक्टिविटी जैसे कोर्स संचालित होंगे। शॉर्ट-टर्म कोर्स पूरा करने वाले विद्यार्थियों को इंटर्नशिप भी कराया जाएगा। इसके बाद उन विद्यार्थियों का प्लेसमेंट भी कराया जाएगा।

By Dina Nath SahaniEdited By: Prateek JainUpdated: Sun, 10 Dec 2023 06:00 PM (IST)
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Bihar News: 12वीं पास छात्रों के लिए विश्वविद्यालयों में शुरू होंगे तीन से छह माह के स्किल कोर्स

दीनानाथ साहनी, पटना। राज्य में बारहवीं कक्षा को पास करने वाले छात्र-छात्राओं के लिए नये साल से राज्य के विश्वविद्यालयों में शॉर्ट-टर्म स्किल कोर्स शुरू होंगे। ये कोर्स तीन से छह माह के होंगे, जिसमें स्मार्ट सिटी से लेकर 5जी कनेक्टिविटी जैसे कोर्स संचालित होंगे।

शॉर्ट-टर्म कोर्स पूरा करने वाले विद्यार्थियों को इंटर्नशिप भी कराया जाएगा। इसके बाद उन विद्यार्थियों का प्लेसमेंट भी कराया जाएगा। इस संबंध में राजभवन सचिवालय ने विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के गाइडलाइन के तहत सभी विश्वविद्यालयों को दिया है।

इसमें साफ कहा गया है कि यूजीसी द्वारा शॉर्ट-टर्म कोर्स लागू किए से संबंधित गाइडलाइन के आलोक में स्किल डेवलपमेंट से जुड़ा सेंटर प्रत्येक विश्वविद्यालय स्थापित करें। इसके लिए सभी विश्वविद्यालयों को अपने फंड से स्किल डेवलपमेंट सेंटर के लिए मजबूत आधारभूत संरचना भी तैयार करने को कहा गया है।

विद्यार्थियों के लिए प्रायोगिक कक्षाएं भी होंगी

राजभवन सचिवालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक शर्ट-टर्म स्किल कोर्स का उद्देश्य विद्यार्थियों को हुनर से दक्ष बनाना है ताकि वे उद्योगों की जरूरत के अनुसार स्वयं को तैयार कर सके।

यूजीसी ने स्किल कोर्स के लिए न्यूनतम 12 क्रेडिट और अधिकतम 30 क्रेडिट स्काेर तय किया है, जिसमें विद्यार्थियों को पढ़ाई के साथ प्रायोगिक कक्षाएं भी करायी जाएंगी।

एकेडमिक बैंक क्रेडिट के आधार पर एक क्रेडिट के लिए विद्यार्थियों को कम से कम 15 घंटे पढ़ाई करानी होगी। वहीं प्रायोगिक प्रशिक्षण में एक क्रेडिट के लिए 30 घंटे का काम अनिवार्य होगा।

एक घंटे की सैद्धांतिक व दो घंटे की प्रायोगिक कक्षाएं होंगी

शॉर्ट-टर्म स्किल कोर्स में विश्वविद्यालयों को सप्ताह में एक घंटे सैद्धांतिक और दो घंटे प्रायोगिक कक्षाएं करानी होंगी। इसके अलावा प्रत्येक कोर्स की शुल्क पहले घोषित किया जाएगा। साथ ही विद्यार्थियों की अनिच्छा पर कोर्स फीस वापसी का विकल्प भी देना होगा।

विश्वविद्यालयों को स्किल से जुड़े कोर्स को शुरू करने के लिए अपने क्षेत्रों में काम करने वाले उद्योगों से भी सहयोग लेना होगा, ताकि इंटर्नशिप की व्यवस्था सुनिश्चित हो। इंटर्नशिप कराने के बाद विद्यार्थियों के लिए प्लेसमेंट भी कराने की व्यवस्था करनी होगी।

इन क्षेत्रों से जुड़े शॉर्ट-टर्म कोर्स होंगे लागू

रोबोटिक्स, इंटरनेट आफ थिंग्स, स्मार्ट सिटी, डाटा साइंस, क्लाउड कंप्यूटिंग, वर्चुअल रियलिटी, साइबर सिक्यूरिटी, 5जी कनेक्टिविटी, डिजिटल ट्रांसफार्मेशन, इंडस्ट्रियल आटोमेशन, इलेक्ट्रानिक्स डिजायन, इलेक्ट्रानिक्स मैनुफैक्चरिंग, 3डी प्रिटिंग, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस और मशीन लर्निंग जैसे 30 क्षेत्रों से जुड़े शॉर्ट-टर्म कोर्स शुरू किए जाएंगे।

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