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Bihar News: सिपाही भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले में EOU की जांच तेज, अलग-अलग टीमों को दी गई जिम्मेदारी

बिहार पुलिस के 21 हजार से अधिक पदों के लिए होने वाली सिपाही भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले में आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) की जांच तेज हो गई है। अभी तक ईओयू को विभिन्न जिलों में दर्ज 74 प्राथमिकी की रिपोर्ट मिली है। जिनका अध्ययन किया जा रहा है। इनमें परीक्षा में अनियमितता पेपर लीक आंसर-की बरामद होने आदि के मामलों को अलग-अलग किया जा रहा है।

By Paras PandeyEdited By: Paras PandeyUpdated: Thu, 05 Oct 2023 01:30 AM (IST)
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ईओयू ने लिखा पत्र, सिपाही भर्ती परीक्षा से जुड़े दस्तावेज रखें सुरक्षित (फाइल फोटो)
राज्य ब्यूरो,पटना। बिहार पुलिस के 21 हजार से अधिक पदों के लिए होने वाली सिपाही भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले में आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) की जांच तेज हो गई है। अभी तक ईओयू को विभिन्न जिलों में दर्ज 74 प्राथमिकी की रिपोर्ट मिली है।

जिनका अध्ययन किया जा रहा है। इनमें परीक्षा में अनियमितता, पेपर लीक, आंसर-की बरामद होने आदि के मामलों को अलग-अलग किया जा रहा है, जिसकी जांच अलग-अलग टीमों को दी जाएगी।

दूसरी ओर, ईओयू ने केंद्रीय चयन पर्षद (सिपाही भर्ती) को पत्र लिखकर सिपाही भर्ती परीक्षा से जुड़े दस्तावेजों को सुरक्षित रखने को कहा है। इसके अलावा पेपर लीक मामले की जांच को लेकर जरूरी दस्तावेज मांगे जाने व जानकारी के लिए पर्षद को एक नोडल पदाधिकारी नियुक्त करने को भी कहा गया है।

सूत्रों के अनुसार, पेपर लीक मामले की जांच के लिए ईओयू की टीम जल्द ही पर्षद कार्यालय भी जाएगी और वहां परीक्षा की प्रक्रिया से जुड़ी जानकारी लेगी।

परीक्षा के लिए प्रश्नपत्र छपवाने से लेकर उसे बांटने की जिम्मेदारी किनके पास थी, प्रश्नपत्र परीक्षा केंद्रों पर किस माध्यम से पहुंचा, इसकी मानीटरिंग आदि की क्या व्यवस्था थी, यह सारी जानकारी भी ली जाएगी। यही कारण है कि इससे जुड़े दस्तावेजों को सुरक्षित रखने को कहा गया है।

सिपाही भर्ती पेपर लीक मामले को लेकर हर दिन की कार्रवाई की समीक्षा हो रही है। गुरुवार को भी देर रात तक मुख्यालय में अधिकारी कार्रवाई की समीक्षा करते रहे। पुलिस मुख्यालय से नए अधिकारी भी मांगे गए हैं, इनके मिलते ही टीम को दूसरे राज्यों में भी भेजा जाएगा। 

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