Bihar Paper Leak: कब तक? सॉल्वर गैंग में उलझी पुलिस, परीक्षार्थियों का भविष्य दांव पर; जानिए सभी मामले
Patna News बिहार में पुलिस भर्ती के पेपर लीक मामले ने बवाल मचाया हुआ है। पुलिस इन एक परीक्षा माफिया और सॉल्वर गैंग की चेन में उलझती है तो उधर दूसरा गैंग तैयार हो जाता है। इस सबके बीच परीक्षार्थियों का भविष्य दांव पर लगा हुआ है। धांधली के कारण परीक्षा रद्द हो जाती हैं। हजारों परीक्षार्थियों की मेहनत पर पानी फिर जाता है।
By Ashish ShuklaEdited By: Aysha SheikhUpdated: Sun, 08 Oct 2023 11:19 AM (IST)
आशीष शुक्ला, पटना। निजी संस्थानों में नामांकन से लेकर सरकारी नौकरी और प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थानों में प्रवेश का ठेका लेने वाले परीक्षा माफिया और सॉल्वर गैंग का नाम तो सामने आता है, पर पुलिस उन तक पहुंच नहीं पाती हैं।
जब कोई परीक्षा होती है, ये गैंग सक्रिय हो जाते हैं और धांधली के कारण परीक्षा रद्द तक करने की नौबत आ जाती है। हजारों परीक्षार्थियों की मेहनत पर तो पानी फिरता ही है, परीक्षा फिर कब होगी, इसकी चिंता अलग।
पुलिस एक गैंग की चेन में उलझती है, तब तक दूसरा गैंग तैयार हो जाता है। इसका एक बहुत बड़ा नेटवर्क बन चुका है, जो चिंता का विषय है। पिछले तीन वर्षों में पटना के पत्रकारनगर, एसके पुरी से लेकर दानापुर में तीन ऐसे मामले दर्ज हो चुके है।
इनमें सॉल्वर और सेटर गिरोह के सरगना सहित कई अन्य का नाम उजागर हुआ, लेकिन इसके आगे मामला नहीं बढ़ता है। इनमें कुछ ऐसे भी नाम थे, जिनका दूसरे राज्यों में पेपर लीक मामले में कनेक्शन जुड़ चुका है।
तीन सरगना की हुई पहचान, गिरफ्तारी का प्रयास तक नहीं
एसके पुरी थाने में अगस्त 2021 को सेटर गिरोह के एक शातिर को गिरफ्तार किया गया था। सरगना अतुल वत्स सहित छह अन्य के खिलाफ केस अंकित किया गया। इस मामले में अन्य की गिरफ्तारी नहीं हो सकी।इसके बाद दानापुर थाने में मार्च 2022 को चार आरोपितों को गिरफ्तार किया गया था। इसमें भी अतुल वत्स सहित सात आरोपितों का नाम भी आया। पुलिस सरगना तक नहीं पहुंच सकी। कंकड़बाग थाने की पुलिस ने सितंबर 2021 में डीएलएड परीक्षा में नौ साल्वर को गिरफ्तार किया था।
इसमें भी पुलिस गिरोह का पर्दाफाश नहीं कर सकी। कंकड़बाग थाने की पुलिस ने इस साल यानी वर्ष 2023 में बीते एक अक्टूबर की शाम प्रतियोगी परीक्षाओं में धांधली करने वाले गिरोह के चार आरोपितों को गिरफ्तार किया। पूछताछ में पता चला कि सरगना मुकेश कुमार है। पुलिस उसे भी गिरफ्तार नहीं कर सकी।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।दूसरे राज्यों से भी जुड़ जाते हैं सॉल्वर और सरगना के नाम
नवंबर 2021 की राष्ट्रीय पात्रता व प्रवेश परीक्षा (नीट) में धांधली का प्रयास करने वाले अंतरराज्यीय सॉल्वर गिरोह के सरगना नीलेश सिंह उर्फ पीके और उसके बहनोई को क्राइम ब्रांच व सारनाथ पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। वे पटना की पाटलिपुत्र कॉलोनी में साथ रहते थे। यूपी-बिहार, दिल्ली से लेकर त्रिपुरा तक सक्रिय सॉल्वर गैंग का सरगना था। जनवरी 2023 में गुजरात में गुजरात पंचायत सेवा चयन बोर्ड के जूनियर क्लर्क की परीक्षा आयोजित की गई थी। प्रश्न पत्र लीक हो गया था। एटीएस ने 16 परीक्षा माफिया को गिरफ्तार किया था।मुख्य साजिशकर्ता भास्कर कुमार बिहार का रहने वाला था। पटना, नालंदा, लखीसराय और मुजफ्फरपुर के सात लोगों को दबोचा गया था। अगस्त 2023 में ओडिशा एसएससी (सीजीएल) का प्रश्नपत्र पटना के परीक्षा माफिया ने लीक किया था। इसका मास्टरमाइंड पटना का विशाल कुमार निकला, जो पटना में ही ग्रामीण कार्य विभाग में कार्यरत था। इससे समझा जा सकता है कि इनलोगों का नेटवर्क किस स्तर तक है। बालासोर पुलिस ने उसे उसके दोस्त विकास के साथ गिरफ्तार किया। मामले में कई और की गिरफ्तारी हुई थी।पूर्व में भी हो चुकी है गिरफ्तारियां
- फरवरी 2017 में बीएसएससी की इंटर स्तरीय परीक्षा में धांधली मामले में तत्कालीन चेयरमैन और सचिव सहित दर्जन भर से अधिक लोगों की गिरफ्तारी हुई थी।
- मई 2022 में बीपीएससी की 67वीं पीटी का प्रश्न पत्र लीक का मामला उजागर हुआ था। ईओयू में केस हुआ था और इसमें संलिप्त 18 से अधिक की गिरफ्तारी हुई थी।
- सितंबर 2022 में बीएसएससी के प्रश्न पत्र लीक मामले में ईओयू में केस दर्ज किया गया था। इस मामले की जांच हुई और 12 से अधिक लोगों की गिरफ्तारी हुई थी।
- अक्टूबर 2023 को बिहार पुलिस की सिपाही भर्ती परीक्षा में प्रश्न पत्र लीक हुआ। कई जिलों में केस दर्ज हुआ। गिरफ्तारी जारी है। मास्टरमाइंड की तलाश की जा रही है।