Bihar News: डाकिया, एएनएम व आंगनबाड़ी सेविका भी संभालेंगी बीएलओ की कमान, वोटर लिस्ट में सुधार का मिलेगा मौका
Bihar News अब डाकिया एएनएम व आंगनबाड़ी सेविका भी बीएलओ की कमान संभालेंगी। चुनाव आयोग ने इसको लेकर दिशा निर्देश जारी कर दिया है। इसके साथ ही नौ नवंबर से मतदाता सूची का पुनरीक्षण का काम भी शुरू किया जाएगा।
राज्य ब्यूरो, पटना। चुनाव आयोग ने शिक्षक के अलावा डाकिया, एएनएम और आंगनबाड़ी सेविका को भी बीएलओ (बूथ लेवल आफिसर) बनाने के निर्देश दिए हैं। इस पहल से चुनाव आयोग को नौ नवंबर से शुरू होने जा रहे मतदाता सूची के पुनरीक्षण में सहूलियत होगी। आयोग ने इस संबंध में मुख्य निर्वाचन पदाधिकारियों (सीईओ) को सूचित कर दिया है।
छह हजार रुपये मानदेय का होगा भुगतान
बीएलओ बनाए जाने वाले सरकारी एवं अर्द्ध सरकारी कर्मियों की विस्तृत सूची भेजी गई है। सूची में अमीन, कर्मचारी, लेखापाल, पंचायत सचिव, हेल्थ वर्कर और नगर निकायों के कर संग्रहकर्ताओं की सेवा भी बीएलओ के रूप लेने के लिए सीईओ को अधिकृत किया है। बीएलओ की जिम्मेदारी निभाने वाले कर्मियों को आयोग प्रतिवर्ष छह हजार रुपये मानदेय का भुगतान करता है।
चलेगा वोटर लिस्ट पुनरीक्षण अभियान
आयोग स्कैनर मशीन से फोटो मैच कर बोगस वोटर की स्क्रूटनी का अभियान चला रहा है। इसके तहत प्रदेशभर के करीब दस लाख बोगस वोटर का नाम मतदाता सूची से हटा दिया गया है। प्रदेश में अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन पांच जनवरी-2022 में किया गया था। इसके बाद आयोग द्वारा राज्य की सभी विधानसभाओं की मतदाता सूची से डुप्लीकेट वोटरों के नाम हटाने के लिए कार्रवाई की गई है। आयोग द्वारा सिमलर फोटो साफ्टवेयर के माध्यम से डुप्लीकेट वोटरों का मिलान कराया गया। एक मतदाता के दो फोटो के मिलान पर राज्य के नौ लाख 81 हजार 921 मतदाताओं का नाम मतदाता सूची से हटा दिया गया है। अब चुनाव आयोग ने पहली जनवरी 2023 को 18 साल की उम्र पूरी करने वालों को वोटर लिस्ट में शामिल किए जाने के लिए दावे और आपत्तियां प्राप्त करने की अवधि नौ नवंबर से आठ दिसंबर तय की है। आयोग के निर्देश के अनुसार इस अवधि के बीच शनिवार 12 नवंबर, रविवार 20 नवंबर, शनिवार 26 नवंबर और रविवार चार दिसंबर को चार विशेष दिवस आयोजित किए जाएंगे। विधानसभावार वोटर लिस्ट पुनरीक्षण अभियान चलाया जाएगा।
मतदाता सूची से नाम कहीं कटा तो नहीं
ऐसे में अगर आपका नाम मतदाता सूची में है या नहीं, कहीं नाम किसी और वार्ड में तो नहीं जुड़ गया है, या आपका पता बदल गया है तो मतदाता सूची पुनरीक्षण आपके लिए विकल्प है। सुधार करा सकते हैं। मतदाता सूची में नाम जोड़ने-हटाने संशोधित करने का अभियान चलाया जाएगा। पुनरीक्षण अभियान के तहत मृत मतदाताओं का नाम मतदाता सूची काटा जाएगा, जबकि नए मतदाताओं के नाम सूची से जोड़ने के लिए आवेदन लिया जाएगा। इस दौरान कार्य में लापरवाही बरतने वाले बीएलओ के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
चार करोड़ आधार कार्ड हुए लिंक
बूथवार मतदाताओं के नाम आधार से जोड़ने की प्रक्रिया शुरू है। अभी तक राज्य के चार करोड़ 37 हजार मतदाताओं का आधार वोटर लिस्ट के साथ जोड़ दिया गया है। सबसे अधिक करीब 26 लाख मतदाताओं का आधार पूर्वी चंपारण जिले में मतदाता सूची से लिंक किया गया है।