बिहार: अब कैदियों पर रहेगी 24 घंटे नजर, जेलों में AI से लैस होंगी बैरक, रात में मूवमेंट पर बजेगा सायरन
Bihar jails News बिहार में अब कैदियों की कड़ी निगरानी की जाएगी। इसके लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) का सहारा लिया जाएगा। राज्य की 59 जेलों एआई से लैस कैमरे लगाए जाएंगे। इन कैमरों की मॉनिटरिंग के लिए पटना सचिवालय में कंट्रोल एंड कमांड सेंटर भी बनाया जा रहा है। यहां एक जगह से सभी जेलों की गतिविधि देखी जा सकेगी।
राज्य ब्यूरो, पटना : राज्य की जेलों की सुरक्षा में अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) का सहारा लिया जाएगा। सभी 59 जेलों में एआई से लैस कैमरे लगाए जाएंगे। रात के समय अगर निषिद्ध क्षेत्र में कोई भी अनचाही गतिविधि होगी या किसी व्यक्ति का मूवमेंट होगा तो कैमरा उसे नोटिस करेगा और बीप-बीप का सायरन बजेगा।
जेल में लगे इन कैमरों की मॉनिटरिंग के लिए पटना सचिवालय में कंट्रोल एंड कमांड सेंटर भी बनाया जा रहा है। यहां एक जगह से सभी जेलों की गतिविधि देखी जा सकेगी।
कारा एवं सुधार सेवाएं निरीक्षणालय ने हाल ही में राज्य की सभी जेलों में 9916 नए सीसीटीवी कैमरा लगाने का आदेश जारी किया है, जिस पर 17.55 करोड़ रुपये से अधिक की राशि खर्च होगी। जेल में कैदियों के द्वारा अकसर मोबाइल फोन से बात करने की शिकायतें मिलती हैं।
इसपर रोक के लिए आठ केंद्रीय कारा समेत 15 महत्वपूर्ण जेलों में टावर ऑफ हारमोनिक्स कॉल ब्लॉकिंग सिस्टम (टीएचसीबीएस) लगाया जाएगा।
मोबाइल नेटवर्क किया जा सकेगा ठप्प
इस सिस्टम को लगाने के बाद जेल के अंदर निश्चित परिधि में मोबाइल नेटवर्क को ड्रॉप किया जा सकेगा। इसके अलावा जेल के अंदर आने-जाने वाले कैदियों एवं अन्य की नियमित जांच को लेकर स्कैनर व फ्रिस्किंग मशीनों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी। कारा प्रशासन के अनुसार, इसी माह इसकी प्रक्रिया शुरू हो जाएगी, जिसे चार से छह माह में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
जेलों की सुरक्षा और निगरानी बढ़ाने को लेकर एआइ युक्त कैमरे लगाए जाएंगे। इसके अलावा आठ केंद्रीय कारा सहित 15 महत्वपूर्ण जेलों में काल ब्लाकिंग सिस्टम भी लगाए जाएंगे। सभी जेलों की गतिविधि पर नजर रखने के लिए मुख्यालय में कंट्रोल एंड कमांड सेंटर भी बनाया जाएगा।
-शीर्षत कपिल अशोक, जेल आईजी
इन जेलों में लगेंगे काल ब्लाकिंग सिस्टम
आदर्श केंद्रीय कारा बेऊर, बक्सर केंद्रीय कारा, भागलपुर केंद्रीय कारा, भागलपुर विशेष केंद्रीय कारा, शहीद खुदीराम केंद्रीय कारा मुजफ्फरपुर, केंद्रीय कारा गया, केंद्रीय कारा मोतिहारी और केंद्रीय कारा पूर्णिया। इसके अलावा अन्य आधा दर्जन महत्वपूर्ण जेलों में भी यह सिस्टम लगाया जाएगा।