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Bihar Police Exam: कैसे भी की होगी धांधली, खोज निकालेगा पर्षद; बेहद धांसू है जांच की पूरी प्रक्रिया

Bihar Sipahi Bharti Exam बिहार पुलिस में सिपाही भर्ती परीक्षा में धांधली करने वालों से निपटने की तैयारी कर ली गई है। परीक्षा के दौरान ही नहीं बल्कि परीक्षा के बाद भी केंद्रीय चयन पर्षद (सिपाही भर्ती) जालसाजी में शामिल अभ्यर्थियों पर नजर रखे हुए है। जानिए कैसे पकड़े जा रहे हैं ये जालसाज और क्या-क्या सावधानियां बरती जा रही हैं।

By Jai Shankar Bihari Edited By: Mohit Tripathi Updated: Tue, 27 Aug 2024 12:03 PM (IST)
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सिपाही भर्ती के पांच चरणों की परीक्षा में 65 से 70 प्रतिशत रही है उपस्थिति। (सांकेतिक फोटो)
जयशंकर बिहारी, पटना। सिपाही बहाली परीक्षा में जालसाजी करने वालों पर परीक्षा के पहले और दौरान तो निगरानी की जा रही है। केंद्रीय चयन पर्षद (सिपाही भर्ती) जालसाजी में शामिल अभ्यर्थियों काे सबक के लिए परीक्षा के बाद भी निगरानी कर रहा है।

बिहार पुलिस में सिपाही के 21 हजार 391 पदों के लिए छह चरणों में लिखित परीक्षा का आयोजन किया जा रहा है। 28 अगस्त को अंतिम चरण की परीक्षा होनी है। पांच चरणों की परीक्षा में सबसे अधिक कार्रवाई दूसरे के स्थान पर परीक्षा देने और ब्लूटूथ से कदाचार के आएं हैं।

केंद्राधीक्षकों के अनुसार चप्पल, पेन, चश्मा आदि में ब्लूटूथ छिपाकर जालसाज हाल में प्रवेश करने में सफल रहे हैं। लेकिन, पर्याप्त जैमर के कारण ब्लूटूथ प्रभावी नहीं रह पाता है।

इस बार सभी अभ्यर्थियों को अपनी ओर से पेन उपलब्ध कराया है, जिसका इंक बाजार में उपलब्ध पेन से अलग है।

यदि कोई अभ्यर्थी पर्षद द्वारा उपलब्ध पेन का उपयोग नहीं किए हैं, तो ओएमआर शीट की स्कैनिंग में वह पकड़े जाएंगे। वह मूल्यांकन के साथ-साथ आगामी परीक्षाओं में शामिल भी नहीं हो पाएंगे।

आधार में छेड़छाड़ वाले भी पकड़े जाएंगे

केंद्राधीक्षकों के अनुसार कुछ अभ्यर्थी आधार सहित फोटोयुक्त पहचान पत्रों में छेड़छाड़ कर परीक्षा में शामिल होते भी पकड़े गए हैं।

परीक्षा के दौरान सभी अभ्यर्थियों के दोनों हाथों के अंगूठे का निशान लिया गया है। उनका फोटो और वीडियो भी बनाया गया है।

आवेदन के दौरान अपलोड फोटो, लिखित परीक्षा में लिए गए फोटो व वीडियो तथा शारीरिक दक्षता परीक्षा में लिए गए फोटो व वीडियो से मिलान किया जाएगा।

सूत्रों की मानें तो, आधार में संबंधित अभ्यर्थी ने कब-कब संशोधन किया है। उसकी भी विस्त़ृत जानकारी जुटाई जा सकती है। ऐसे में यदि स्कालर परीक्षा में बैठे हैं तो चयन के बाद भी संबंधित की जांच के लिए सबूत जमा किए गए हैं।

इंक, पेपर व डिजाइन सबकुछ अलग

ओएमआर शीट तैयार करने के लिए इस दफा इंक, पेपर व डिजाइन आदि सभी बाजार में उपलब्ध सामग्रियों से भिन्न है। किसी भी स्तर पर छेड़छाड़ की स्थिति में सॉफ्टवेयर स्कैनिंग के दौरान संबंधित की पहचान कर लेगा।

ओएमआर शीट और प्रवेश पत्र पर अदृश्य कोड भी है। पिछली गलतियों और आर्थिक अपराध ईकाई की जांच में मिली त्रुटियों के आधार पर निगरानी की कई स्तर पर व्यवस्था की गई है।

क्या कहते हैं केंद्रीय चयन पर्षद अध्यक्ष

परीक्षा में कदाचार को शून्य करने के लिए कई स्तर पर निगरानी की जा रही है। पिछली परीक्षाओं के अनुभव के आधार पर कई तकनीकी बदलाव किए गए हैं। चयन प्रक्रिया में किसी तरह का छेड़छाड़ करने की स्थिति में संबंधित पकड़े जाएंगे। फोटो, वीडियो, अंगूठे के निशान, हैंडराइटिंग, हस्ताक्षर सहित कई प्रमाण संग्रहित किए गए हैं। हर स्तर पर इसका मिलान कराया जाएगा। -जितेंद्र कुमार, अध्यक्ष, केंद्रीय चयन पर्षद, (सिपाही भर्ती)

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