Bihar Police Bharti: परीक्षा से 4 दिन पहले लीक हुआ था सिपाही भर्ती का प्रश्न-पत्र, संजीव मुखिया मास्टरमाइंड
बिहार पुलिस सिपाही भर्ती पेपर लीक मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। महीनों की जांच के बाद ईओयू ने बताया है कि सिपाही भर्ती का प्रश्न-पक्ष परीक्षा से चार दिन पहले ही लीक हो गया था। बता दें कि 1 अक्टूबर 2023 को यह परीक्षा ली गई थी। 21 हजार से अधिक पदों के लिए एग्जाम हुआ था लेकिन पेपर लीक के बाद इस रद्द कर दिया गया।
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Police Paper Leak पिछले साल एक अक्टूबर को ली गई बिहार पुलिस की सिपाही भर्ती परीक्षा का प्रश्न-पत्र परीक्षा से चार दिन पूर्व ही लीक हो गया था। हाल ही में नीट और शिक्षक भर्ती परीक्षा का प्रश्न-पत्र लीक करने के आरोपित नालंदा का संजीव मुखिया ही सिपाही भर्ती परीक्षा पेपर लीक का भी मुख्य आरोपित है।
इस मामले की जांच कर रही आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने पूरे मामले का उद्भेदन कर दिया है। इस मामले में पुलिस ने सात आरोपितों को गिरफ्तार किया है। वहीं बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) के द्वारा आयोजित तीसरे चरण की शिक्षक भर्ती परीक्षा के पेपर लीक में पूर्व से गिरफ्तार संजीव मुखिया के बेटे समेत सात आरोपितों को पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया गया है।
संजीव मुखिया की गिरफ्तारी पर रोक होने से उसे नहीं पकड़ा जा सका है। ईओयू के अनुसार, परीक्षा का आयोजन करने वाली केंद्रीय चयन पर्षद (सिपाही भर्ती) ने प्रश्न-पत्र की प्रिंटिंग, पैकेजिंग एवं जिला कोषागार तक प्रश्न-पत्र एवं अन्य गोपनीय सामग्री पहुंचाने की जिम्मेवारी कोलकाता की कैलटेक्स मल्टीवेंचर प्राइवेंट लिमिटेड को दी गई थी।
जांच में पता चला कि यह एक छद्म (शेल) कंपनी है। इस कंपनी का बस एक कमरे का कार्यालय है, जहां कोई कर्मी तक नहीं था। कंपनी की अपनी कोई प्रिंटिंग प्रेस, वेयर हाउस या लाजिस्टिक व्यवस्था भी नहीं है। इस कंपनी ने सिपाही भर्ती परीक्षा से जुड़े सारे काम आपराधिक षड्यंत्र के तहत ब्लेसिंग सेक्योर्ड प्रेस प्राइवेट लिमिटेड के जरिए आउटसोर्सिंग कर कराए।
यह कोलकाता के गिरफ्तार अभियुक्त कौशिक कर की कंपनी है। वह इसके पूर्व भी उत्तरप्रदेश और अरुणाचल प्रदेश में ली गई परीक्षाओं के पेपर लीक का आरोपित रहा है और जेल भी जा चुका है।
बिना लॉक और सुरक्षा के खुली गाड़ी में भेजे गए प्रश्न-पत्र
ईओयू के अनुसार, केंद्रीय चयन पर्षद (सिपाही भर्ती), पटना से परीक्षा के प्रश्न-पत्र एवं गोपनीय सामग्रियों को प्रेस से जिला कोषागार तक भेजने में मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) का अनुपालन नहीं किया गया। खुली गाडि़यों में बिना सील लाक और सुरक्षाकर्मी के प्रेस से डीपी वर्ल्ड एक्सप्रेस लाजिस्टिक प्राइवेट लिमिटेड के कोलकाता स्थित वेयर हाउस में भेजा गया।
फिर प्रश्न-पत्र एवं गोपनीय सामग्रियों को जिला कोषागार न पहुंचाकर, पटना स्थित डीपी वर्ल्ड एक्सप्रेस लाजिस्टिक प्राइवेट लिमिटेड के पटना स्थित वेयर हाउस में अनलोड किया गया। फिर वहां से जिला कोषागारों में गोपनीय सामग्रियों को भेजने के लिए जेनिथ लॉजिस्टिक को आउटसोर्स किया गया।
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