Move to Jagran APP

बिहार में चोरों की शामत, अब चोरी होने पर आप तक बाइक खुद पहुंचाएगी पुलिस; जानिए क्या है ऑपरेशन मुस्कान पार्ट-दो

Operation Muskaan Part Two ऑपरेशन मुस्कान-एक की सफलता के बाद बिहार पुलिस ने ऑपरेशन मुस्कान पार्ट- दो चलाया है। ऑपरेशन मुस्कान-एक में पुलिस ने जनवरी से अगस्त के बीच पांच हजार 256 मोबाइल फोनों को उसके वास्तविक स्वामियों तक पहुंचाया है। अब ऑपरेशन मुस्कान पार्ट- दो के तहत पुलिस के द्वारा बाइक बरामदगी का अभियान शुरू किया गया है।

By Jagran NewsEdited By: Aysha SheikhUpdated: Tue, 19 Sep 2023 10:52 AM (IST)
Hero Image
बिहार में चोरों की शामत, अब चोरी होने पर आप तक बाइक खुद पहुंचाएगी पुलिस; अभियान शुरू
राज्य ब्यूरो, पटना : Operation Muskaan Part Two: अगर आपकी बाइक चोरी हो गई है तो अब आपको फिक्र करने की जरूरत नहीं है। दरअसल, अब पुलिस ने चोरी हुई बाइक को उसके मालिक तक पहुंचाने का अभियान शुरू किया है।

चोरी और गुम हुए मोबाइल फोन बरामद कर उसे वास्तविक स्वामियों तक वापस लौटाने के अभियान के बाद अब बिहार पुलिस ने बाइक बरामदगी का यह अभियान शुरू किया है।

ऑपरेशन मुस्कान पार्ट-दो

इसे ऑपरेशन मुस्कान पार्ट-दो नाम दिया गया है। पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार ने बताया कि ऑपरेशन मुस्कान-एक की सफलता को देखते हुए इस अभियान का पार्ट-दो चलाया जा रहा है।

पहले अभियान के तहत इस साल जनवरी से अगस्त के बीच पुलिस ने पांच हजार 256 मोबाइल फोन बरामद कर उसे वास्तविक स्वामियों तक पहुंचाया है।

बाइक बरामदगी का अभियान

वर्तमान में बाइक बरामदगी का अभियान कुछ जिलों में ही चलाया जा रहा है, इसे सभी जिलों में प्रभावी ढंग से चलाने का निर्देश पुलिस मुख्यालय के स्तर से दिया गया है। इस दिशा में जल्द ही सभी जिलों में छापेमारी अभियान भी चलाया जाएगा।

यह भी पढ़ें - नीलगाय से टकराई Tejas Rajdhani Express; इंजन और बोगियां क्षतिग्रस्त, बाल-बाल बचे यात्री

अगस्त तक बरामद हुई 2263 बाइक

पुलिस मुख्यालय के अनुसार, इस साल जनवरी से अगस्त तक विभिन्न जिलों में 2263 मोटरसाइकिल बरामद कर उन्हें वास्तविक स्वामियों को वापस लौटाई गई हैं।

समस्तीपुर, गया और नालंदा जिले में यह अभियान सबसे प्रभावी रहा है। समस्तीपुर में 266, गया में 252 जबकि नालंदा में 190 बाइक वापस लौटाई गई हैं।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।