Bihar Politics: अब इस आधार पर तय होंगे भाजपा के कार्यक्रम, Lok Sabha Election को लेकर पार्टी ने बदली रणनीति
Lok Sabha Election 2024 प्रदेश से नीचे की इकाइयों में भाजपा के कार्यक्रम अब तक संगठनात्मक जिला व प्रखंड आदि के स्तर पर निर्धारित होते रहे हैं। अब इसके लिए नई व्यवस्था बनी है। भविष्य में कार्यक्रमों का निर्धारण अब संसदीय क्षेत्र के आधार पर होगा। इसका कारण यह कि कई संसदीय क्षेत्र ऐसे हैं जिसका विस्तार एक से तीन संगठनात्मक जिलों में है।
रमण शुक्ला, पटना। प्रदेश से नीचे की इकाइयों में भाजपा के कार्यक्रम अब तक संगठनात्मक जिला व प्रखंड आदि के स्तर पर निर्धारित होते रहे हैं। अब इसके लिए नई व्यवस्था बनी है। भविष्य में कार्यक्रमों का निर्धारण अब संसदीय क्षेत्र के आधार पर होगा।
इसका कारण यह कि कई संसदीय क्षेत्र ऐसे हैं, जिसका विस्तार एक से तीन संगठनात्मक जिलों में है। ऐसे में जिला आधार पर बनाए जाने वाले कार्यक्रमों से संसदीय क्षेत्र पूर्णतया कवर नहीं हो पाते थे।
बिहार में भाजपा के हैं 45 संगठनात्मक जिले
नई व्यवस्था से उस समस्या का समाधान हो जाएगा। जिलाध्यक्षों के साथ लोकसभा प्रभारी, संयोजक एवं उल्लेखनीय है कि बिहार में भाजपा के 45 संगठनात्मक जिले हैं, जबकि प्रशासनिक जिलों की संख्या 38 है। राज्य में 40 संसदीय क्षेत्र हैं। वहीं, अगर राष्ट्रीय स्तर पर बात करें तो भाजपा में कुल संगठनात्मक जिले 988 हैं, जबकि सरकारी जिले की संख्या 797 एवं संसदीय क्षेत्र 543 हैं।ऐसे में पार्टी ने अब तय किया है कि लोकसभा क्षेत्र स्तर पर ही सभी संगठनात्मक कार्यक्रम को संचालित किया जाएगा। इसी आधार पर मानीटरिंग भी होगी। पार्टी पदाधिकारियों के दायित्व का निर्धारण भी किया जाएगा।यह पहल कई संगठनात्मक जिलों में लचर कार्यप्रणाली को देखते हुए पार्टी ने की है। अहम यह है कि पार्टी अगले पखवाड़े कुछ सीटों पर प्रत्याशियों के नाम की घोषणा भी कर सकती है।
पूरे फार्म में चल रही हैं भाजपा की तैयारियां
लोकसभा चुनाव को लेकर पार्टी की तैयारियों का पता इस बात से लगता है कि भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठकों में व्यस्त हैं। इनमें लोकसभा चुनावों पर चर्चा हो रही है।पार्टी लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा की सदस्यता ग्रहण वालों के लिए चयन को लेकर सजग हो गई है। इसी क्रम में राष्ट्रीय महामंत्री एवं बिहार प्रभारी विनोद तावड़े को स्क्रीनिंग कमेटी का संयोजक बनाया गया है।
जिलाध्यक्षों के साथ संसदीय प्रभारी एवं संयोजकों की उपस्थिति में राष्ट्रीय परिषद की बैठक बुलाने की तैयारी भी चल रही है। लोकसभा कैंपेन में भाजपा की टाप थीम मोदी की गारंटी, मोदी है तो मुमकिन है एवं राष्ट्र निर्माण के लिए भाजपा जरूरी होगी।यह भी पढ़ें -Nitish Kumar: संयोजक बनने के लिए नीतीश कुमार क्यों नहीं हुए तैयार? जेडीयू नेता संजय झा ने दी बड़ी जानकारी
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