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Bihar Politics: वार्ड मेंबर का चुनाव भी नहीं जीत सकते सुशील मोदी, राजद-जदयू का जोरदार पलटवार

Bihar News बिहार सरकार में दागी मंत्रियों के मामले पर मुखर भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी पर जदयू-राजद ने जोरदार पलटवार किया है। कहा है कि उन्‍हें अपने दाग क्‍यों अच्‍छे लग रहे हैं। पहले वे केंद्र के दागी मंत्रियों को बर्खास्‍त करवाएं।

By Vyas ChandraEdited By: Updated: Fri, 09 Sep 2022 09:05 AM (IST)
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भाजपा नेता सुशील मोदी पर राजद-जदयू का हमला। फाइल फोटो
पटना,  राज्य ब्यूरो। Bihar politics: राजद (RJD) ने भाजपा नेता सुशील मोदी (Sushil Modi) से कहा है कि यदि उनमें नैतिकता है तो पहले प्रधानमंत्री से कहकर केंद्र सरकार के आरोपित मंत्रियों को बर्खास्त करवाएं। उसके बाद ही उन्हें बिहार सरकार के मंत्रियों को बर्खास्त करने की मांग का नैतिक अधिकार होगा। राजद प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने कहा कि एडीआर की रिपोर्ट के अनुसार केंद्र के 33 मंत्री आरोपित हैं। 24 मंत्री तो ऐसी धाराओं में आरोपित हैं जिसमें उन्हें दस वर्ष से लेकर उम्र कैद तक का प्रविधान है। इनमें बिहार के भी कई मंत्री शामिल हैं।

केंद्रीय मंत्रियों पर दर्ज हैं संगीन मामले

केंद्रीय गृह राज्यमंत्री निशित प्रमाणिक पर गंभीर धाराओं वाले 11 मामले, वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी पर हत्या के प्रयास के पांच एवं जान वरला पर नौ मामले दर्ज हैं। विदेश राज्यमंत्री मुरली धरन भी कई संगीन मामले में आरोपित हैं। भाजपा शासित राज्य सरकारों में संज्ञेय आपराधिक मामलों के आरोपित मंत्रियों का यदि उल्लेख किया जाए तो उनकी संख्या 31 प्रतिशत से ज्यादा है। राजद प्रवक्ता ने कहा कि सुशील मोदी का मानसिक संतुलन गड़बड़ा गया है। मीडिया में बने रहने के लिए एक ही टेप बार-बार बजाते हैं। भाजपा में हाशिये पर जाने के लिए वे खुद जिम्मेदार हैं। इतने दिनों तक उपमुख्यमंत्री रहने के बावजूद वे लालू परिवार के खिलाफ अनर्गल बयानबाजी में ही उलझे रहे। आज वार्ड मेंबर का चुनाव भी अपने बूते नहीं जीत सकते।

केंद्रीय मंत्रिमंडल के दागदार चेहरे नहीं दिखते 

जदयू के प्रदेश उपाध्यक्ष व विधान पार्षद संजय सिंह ने गुरुवार को कहा कि भाजपा नेता सुशील मोदी को केंद्रीय मंत्रिमंडल के दागदार चेहरे नहीं दिखाई देते हैं। केंद्र में 42 फीसद मंत्री दागी हैं। इसके अलावा 159 सांसद भी गंभीर अपराधों के दागी है। यह हम नहीं कह रहे बल्कि एडीआर की रिपोर्ट कह रही। संजय ने कहा कि सुशील मोदी की यह पुरानी बीमारी है कि वह अपनी ओर नहीं देखते, दूसरों पर सवाल उठाते हैं। उनके पास आंकड़ों का भंडार जरूर है पर सभी आंकड़े बेबुनियाद है। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री की लखीमपुर कांड में क्या भूमिका रही है? केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल 78 मंत्रियों में 42 फीसद पर आपराधिक मामला है। कई मंत्रियों के नाम हत्या जैसे गंभीर अपराधों में शामिल है। संख्या को केंद्र में रख यह सकते हैं कि 31 फीसद मंत्री गंभीर आपराधिक मामलों का सामना कर रहे हैं। दरअसल सुशील मोदी को अपना मीठा-मीठा लगता है।

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