Bihar Politics: छुट्टियों पर फिर छिड़ी सियासत, अब सुशील मोदी ने सीएम नीतीश को घेरा; कह दी बड़ी बात
बिहार में शिवरात्रि रामनवमी श्रावण की अंतिम सोमवारी तीज जिउतिया जन्माष्टमी अनंत चतुर्दशी भैया दूज गोवर्धन पूजा गुरुनानक जयंती कार्तिक पूर्णिमा पर शिक्षकों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। इसपर राज्य में सियासत तेज हो गई है। भाजपा लगातार नीतीश सरकर पर निशाना साध रही है। अब बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने राज्य सरकार को घेरा है।
By Jagran NewsEdited By: Mukul KumarUpdated: Tue, 28 Nov 2023 11:30 AM (IST)
डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार में शिक्षकों की छुट्टियां रद्द किए जाने पर सियासत तेज हो गई है। दरअसल, शिक्षक विभाग ने सोमवार को 2024 का अवकाश तालिका जारी की थी। जिसमें साफ किया गया था कि शिवरात्रि, रामनवमी, श्रावण की अंतिम सोमवारी, तीज, जिउतिया, जन्माष्टमी, अनंत चतुर्दशी, भैया दूज, गोवर्धन पूजा, गुरुनानक जयंती, कार्तिक पूर्णिमा की छुट्टियों को खत्म कर दिया गया है।
डिप्टी सीएम ने नीतीश कुमार को घेरा
इसके साथ यह भी बताया गया कि होली, दुर्गा पूजा, दीवाली, छठ आदि त्योहार के अवकाश के दिनों को कम किए जाने पर चर्चा जारी है। इसको लेकर बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने राज्य सरकार पर जोरदार हमला किया था। इसके बाद, अब पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने राज्य सरकार को घेरा है।
फिर एक बार बिहार सरकार ने हिंदू पर्व-त्योहार की छुट्टियों यथा जन्माष्टमी,रक्षा बंधन ,शिवरात्रि को स्कूलों में रद्द कर दिया है । हिंदुओं को जातियों में बाँटों और अल्पसंख्यकों के तुष्टिकरण से वोट की राजनीति मैं नीतीश लगे हैं।@News18Bihar @ZeeBiharNews
— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) November 27, 2023
ट्वीट के जरिए नीतीश सरकार पर साधा निशाना
उन्होंने ट्वीट के माध्यम से नीतीश सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने लिखा है कि फिर एक बार बिहार सरकार ने हिंदू पर्व-त्योहार की छुट्टियों यथा जन्माष्टमी, रक्षा बंधन, शिवरात्रि को स्कूलों में रद्द कर दिया है। हिंदुओं को जातियों में बांटो और अल्पसंख्यकों के तुष्टिकरण से वोट की राजनीति में नीतीश लगे हैं।वहीं, बवाल के बीच राजद की तरफ से सफाई दी गई है। राजद नेता शक्ति यादव ने छुट्टियों में कटौती के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया है।
उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि भारत सरकार ने उपस्थिति को लेकर स्पष्ट गाइडलाइन जारी की है। केंद्र सरकार का निर्देश है कि स्कूलों में उपस्थिति 200 दिनों से अधिक होनी चाहिए। छुट्टियों को रद्द करने का प्रयास केंद्र सरकार कर रही है। ऐसे में भाजपा इस पर सवाल कैसे उठा सकती है।