Bihar Politics: सुशील मोदी के मुंह से 'नीतीश की प्रशंसा', ये क्या बोल गए ललन सिंह? राज्यसभा सांसद के लिए की यह कामना
जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह ऊर्फ ललन सिंह ने कहा है कि पूर्व उप मुख्यमंत्री और भाजपा के राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रशंसा करना भारी पड़ गया है। मोदी ने एक बार कहा था कि नीतीश में प्रधानमंत्री बनने के सभी गुण हैं। दूसरी बार यह कहा कि बिहार में जब एक मोदी उपलब्ध हैं तो दूसरे मोदी की क्या जरूरत है।
By Arun AsheshEdited By: Prateek JainUpdated: Mon, 27 Nov 2023 04:41 PM (IST)
राज्य ब्यूरो, पटना। जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह ऊर्फ ललन सिंह ने कहा है कि पूर्व उप मुख्यमंत्री और भाजपा के राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रशंसा करना भारी पड़ गया है।
मोदी ने एक बार कहा था कि नीतीश में प्रधानमंत्री बनने के सभी गुण हैं। दूसरी बार यह कहा कि बिहार में जब एक मोदी (सुशील मोदी) उपलब्ध हैं तो दूसरे मोदी (प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी) की यहां क्या जरूरत है। बस, इन्हीं दोनों बातों को लेकर सुशील मोदी को भाजपा की मुख्यधारा से अलग कर दिया गया।
हमारी कामना है, सुशील मोदी राज्यसभा में बने रहें : ललन सिंह
अब अपनी राज्यसभा सीट बचाने के लिए वे (सुशील मोदी) बिहार सरकार पर कुछ-कुछ बोलते रहते हैं। हमारी कामना है कि मोदी राज्यसभा में बने रहें।जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष सोमवार को यहां पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भाजपा आरक्षण विरोधी है। जाति आधारित गणना के आंकड़ों के आधार पर आरक्षण की सीमा में विस्तार किया गया है। इसे भी न्यायालय में चुनौती दी गई है।
उन्होंने कहा कि इससे पहले नगर निकायों में आरक्षण और जाति आधारित गणना के निर्णय को भाजपा की शह पर न्यायालय में चुनौती दी गई थी। परिणाम सबको पता है।
जदयू में टूट के दावे पर क्या बोले ललन सिंह?
जदयू में टूट के बारे में गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय के दावे को खारिज करते हुए सिंह ने कहा,
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।उन्होंने कहा कि 2014 से केंद्र सरकार जुमले पर चल रही है। तीन दिसंबर को कई राज्य विधानसभाओं के चुनाव परिणाम के साथ जुमलेबाजी की हवा निकल जाएगी।ललन ने कहा कि केंद्र सरकार के किसी योजना का सर्वे कीजिए, उसकी विफलता ही सामने आएगी। उज्ज्वला और आयुष्मान भारत योजनाएं भी विफल हैं।यह भी पढ़ें - 'तोरा हम मंत्री बनाए हैं जानबे नहीं करते हो...', नीतीश के इस VIDEO पर गरमाई सियासत, मांझी ने बताया 'गालीबाज' यह भी पढ़ें - Ayushman Card: सुस्ती की भेंट चढ़ रही प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना, अभी भी लाखों लोगों को आयुष्मान कार्ड का इंतजारदो दिन पहले नित्यानंद राय ने बापू सभागार में एक सम्मेलन किया था, उसमें मंच पर जितने वक्ता थे, उतने ही श्रोता सभागार में थे। राय को जदयू में ताकझांक करने के बदले अपने बहुप्रचारित सम्मेलन की विफलता के बारे में बताना चाहिए।