'ब्राह्मण, ठाकुर और यादव के नाम पर...', जातिगत गणना की बात कर पप्पू यादव ने क्यों रखी तीन डिप्टी CM की मांग
जाति आधारित गणना की रिपोर्ट जारी होने के बाद बिहार में जाति की सियासत एक एक बार फिर तेज हो गई है। एक तरफ मुस्लिम एंगल निकालकर भाजपा जहां अतिपिछड़ों के साथ अन्याय का आरोप लगा रही है। वहीं सत्तारूढ़ महागठबंधन इसे बिहार के विकास के लिए मील का पत्थर बता रही है। इन सबसे अलग पप्पू यादव ने बिहार में तीन उपमुख्यमंत्री की मांग कर दी है।
राज्य ब्यूरो, पटना। जाति आधारित गणना की रिपोर्ट को लेकर बिहार की सियासत में वार पलटवार का दौर जारी है। इस बीच जन अधिकार पार्टी (जाप) के अध्यक्ष पप्पू यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सामने तीन उप मुख्यमंत्री की मांग रख दी है।
बुधवार को पटना में प्रेस कान्फ्रेंस में जाति आधारित गणना पर बात करते हुए पप्पू यादव ने कहा कि प्रदेश सरकार में कम से कम तीन उप मुख्यमंत्री होने चाहिए।
उन्होंने कहा कि सरकार में हर समाज का एक प्रतिनिधि होना चाहिए, ताकि उच्च स्तर पर उनके अधिकारों की लड़ाई लड़ सके।
जाप अध्यक्ष ने कहा कि जाति आधारित गणना के बाद साफ है कि यहां अत्यंत पिछड़ी, उच्च और अल्पसंख्यक समाज से एक उप मुख्यमंत्री होना चाहिए।
ब्राह्मण, ठाकुर और यादव के नाम...
पप्पू यादव ने कहा कि देश में आज एक अलग हवा चल रही है। अपनी राजनीति सेकने के लिए भाजपा जैसे बड़े दल जाति कार्ड खेल रहे हैं। ब्राह्मण, ठाकुर और यादव के नाम पर लोगों को बांटा जा रहा है। इसका मकसद केवल और केवल राजनीतिक लाभ लेना है। बिहार के नेताओं ने भी अपने राजनीतिक लाभ के लिए लोकतंत्र ताक पर रख दिया है।
धर्म और जाति की राजनीति...
पप्पू यादव ने आगे कहा कि प्रदेश के विकास के लिए सबको साथ लेकर चलना है। हमें धर्म और जाति की राजनीति नहीं करनी है। हम तो शुरू से आम लोगों के साथ गरीब व दलित के हक और अधिकार के लिए लड़ते आए हैं। हमारी पार्टी हर समाज के सुख-दुख में साथ खड़ी रहती है। हमारी पार्टी 66 प्रतिशत आरक्षण के पक्ष में है।