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Bihar Private Schools: प्राइवेट स्कूलों की बढ़ने वाली है टेंशन! ऐसे विद्यालयों पर ताला लगा सकता है शिक्षा विभाग

गर्मी की छुट्टी के बाद निजी स्कूलों की टेंशन बढ़ने वाली है। शिक्षा विभाग पोर्टल पर बिना पंजीयन के चल रहे निजी स्कूलों पर नकेल कसने की तैयारी कर रहा है। गर्मी की छुट्टी खत्म होने के बाद कक्षा एक से आठ तक संचालित प्राइवेट स्कूलों का निरीक्षण किया जाएगा। जिन निजी स्कूलों का शिक्षा विभाग के पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन नहीं होगा उन पर सख्त कार्रवाई जाएगी।

By Ravi Kumar(Patna) Edited By: Mohit Tripathi Updated: Fri, 31 May 2024 09:08 PM (IST)
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प्राइवेट स्कूलों की बढ़ने वाली है टेंशन। (सांकेतिक फोटो)

जागरण संवाददाता, पटना। शिक्षा विभाग के पोर्टल पर बिना पंजीयन के चल रहे निजी स्कूलों पर नकेल कसने की तैयारी शुरू हो गई है। अभी निजी स्कूलों में गर्मी की छुट्टी चल रही है। गर्मी की छुट्टी खत्म होने के बाद कक्षा एक से आठ तक संचालित निजी स्कूलों का निरीक्षण किया जाएगा।

जिन निजी स्कूलों का शिक्षा विभाग के पोर्टल पर पंजीयन नहीं होगा, उन पर सख्त कार्रवाई जाएगी। हो सकता है कि ऐसे स्कूलों को सील भी कर दिया जाएगा। विद्यार्थियों के भविष्य खराब करने के आरोप में स्कूल संचालक पर प्राथमिकी भी दर्ज की जाएगी।

प्रतिदिन दिन होगा निरीक्षण

जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय कुमार ने बताया कि सरकारी स्कूलों की तरह अब निजी स्कूलों का भी प्रतिदिन निरीक्षण किया जाएगा। निरीक्षण कर्मियों को एक दिन में कम से कम 10 स्कूलों का निरीक्षण कर उसका रिपोर्ट जिला शिक्षा कार्यालय को सौंपना है।

निरीक्षण कर्मियों को निर्देशित किया गया है कि सरकारी स्कूलों का निरीक्षण करने जाएं तो अपने क्षेत्र में स्थित निजी स्कूलों की जांच भी करते आएंगे और उसकी प्रतिदिन की रिपोर्ट कार्यालय को देंगे।

जिले में करीब चार हजार कक्षा एक से आठ तक के निजी स्कूल चल रहे हैं। इनमें से मात्र 856 निजी स्कूल पंजीकृत है।

उच्च माध्यमिक स्तर के निजी स्कूल तो यू-डायस और ई-संबंधन पोर्टल पर पंजीयन कर लेते हैं, लेकिन छोटे स्कूल बिना पंजीयन के ही स्कूल संचालित करते हैं।

वाहन और कमरे की भी होगी जांच

निजी स्कूलों में निरीक्षण के दौरान किन-किन मानकों की जांच करना है, इसका फॉर्मेट जिला शिक्षा कार्यालय की ओर से तैयार कर लिया गया है। फॉर्मेट में कुल 15 कालम दिए गए हैं। जिसे भर कर उसकी रिपोर्ट प्रतिदिन निरीक्षण कर्मियों को सौंपनी होगी।

फॉर्मेट में स्कूल में आरटीई के तहत नामांकन लेने वाले बच्चों की जानकारी, यू-डायस कोड, ई-संबंधन पोर्टल पर पंजीयन, कुल शिक्षक और कर्मी की संख्या, स्कूल की ओर से संचालित की जाने वाली वाहनों का पंजीयन, वाहन के मानक, वाहन चालक की संख्या, स्कूल परिसर का क्षेत्र ,अग्नि सुरक्षा, पानी की व्यवस्था, शौचालय की व्यवस्था आदि निरीक्षण कर्मियों को देना होगा।

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