Bihar Rain News: मानसून के कमजोर पड़ने से आधी भी नहीं हुई धान की रोपनी, बोरिंग से सिचाई करने को हुए मजबूर
Bihar Rain News बिहार में सामान्य से 37 प्रतिशत कम बारिश होने के कारण किसानों की बेचैनी बढ़ गई है। धूप इतनी कड़ी हो रही है कि धान के बिचड़े जलने लगे हैं। किसान बोरिंग से सिंचाई करने को मजबूर हैं ताकि बिचड़ों को बचाया जा सके। केवल धान ही नहीं मक्का समेत अन्य फसलों की खेती पर भी बुरा असर पड़ा है।
केवल किशनगंज में सामान्य से मामूली अधिक बारिश
चालू मानसून में बिहार का एक मात्र जिले किशनगंज में अभी तक सामान्य से मामूली अधिक बारिश हुई है। इसके अतिरिक्त कोई भी ऐसा जिला नहीं है जहां अभी तक पर्याप्त वर्षा हुई हो। ऐसी तमाम स्थितियों को देखते हुए जल संसाधन विभाग किसानों को रोपनी व बिचड़ा बचाने के लिए सिंचाई का पानी हर हाल में उपलब्ध कराने का दावा कर रहा है।केवल इन किसानों को मिलेगा डीजल पर अनुदान
कृषि मंत्री मंगल पांडेय बताया कि खड़ी फसल को बचाने के लिए सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। धान, मक्का एवं अन्य खरीफ फसलों के अंतर्गत दलहनी, तेलहनी, मौसमी सब्जी, औषधीय एवं सुगन्धित पौधे की अधिकतम तीन सिंचाई के लिए 2,250 रुपये प्रति एकड़ देय होगा। यह अनुदान प्रति किसान अधिकतम आठ एकड़ सिंचाई के लिए देय होगा। डीजल अनुदान की राशि आवेदक के आधार से जुड़े बैंक खाते में भेजी जाएगी।मानसून की स्थिति व किसानों की कठिनाई को ध्यान में रखते हुए जल संसाधन विभाग की ओर से चिह्नित सिंचाई क्षेत्र के हर खेत में नहरों से पानी पहुंचाने की मुकम्मल व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। विभाग के अधिकारियों को विशेषतौर पर निगरानी करने एवं पटवन के लिए खेत तक पानी पहुंचाने के निर्देश दिए हैं। मैं स्वयं प्रतिदिन शीर्ष अधिकारियों से रिपोर्ट ले रहा हूं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पहली प्राथमिकता किसान हैं।--विजय चौधरी, जल संसाधन मंत्री
Bihar News: किन किसानों को मिलेगा डीजल पर अनुदान? पढ़ लीजिए बिहार सरकार की पूरी शर्त; नहीं तो चूक जाएंगे मौका9 अगस्त को माकपा का पूरे बिहार में प्रदर्शन, किसानों के लिए भरेंगे हुंकार; बोले- प्रदेश को अकालग्रस्त घोषित करेंसरकार धान के बिचड़ों एवं रोपे गए धान तथा मक्का आदि की फसल को सूखने से बचाने तथा खाली पड़े खेतों में धान की रोपनी हो पाये, इसके लिए हर संभव प्रयास कर रही है। नहरों से पानी खेत तक पहुंचाने के साथ ही 14 घंटे बिजली की आपूर्ति की जा रही है। इसके अतिरिक्त डीजल अनुदान प्रबंध किया गया है। किसानों की मदद के लिए निरंतर निगरानी की जा रही है।--मंगल पांडेय, कृषि एवं स्वास्थ्य मंत्री
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