लॉकडाउन लगने की आशंका में महाराष्ट्र से भाग रहे बिहारी, मुंबई से लौटने वाली ट्रेनों में बढ़ी भीड़
लॉकडाउन के भय से मुंबई से भाग रहे लोग रेल यात्रियों की जुबानी कोरोना संक्रमण की कहानी फैक्ट्री मालिकों के रोकने के बाद भी रुकने को तैयार नहीं बढ़ते संक्रमण ने पैदा की दहशत घर लौटने को हुए मजबूर
By Shubh Narayan PathakEdited By: Updated: Sun, 11 Apr 2021 06:32 AM (IST)
पटना, जागरण संवाददाता। महाराष्ट्र से बिहार आने वाली ट्रेनों में अचानक भीड़ बढ़ गई है। यात्रियों की मांग को देखते हुए रेलवे ने कई अतिरिक्त ट्रेनें चलानी शुरू कर दी हैं। हमने इसकी वजह जानने के लिए कई रेल यात्रियों से बात की। चार साल से बिहारशरीफ के मंसूर अहमद अपनी पत्नी व दो बच्चों के साथ मुंबई में रहते हुए एक फैक्ट्री में काम कर रहे थे। वहां किराए के मकान में रहते हैं। पिछले साल कोरोना के समय लौटने में काफी परेशानी हुई थी। कई दिनों तक आधा पेट भोजन करना पड़ा। मुंबई में कोरोना संक्रमण फिर महामारी का रूप ले चुका है। मुंबई में आम लोगों के बीच दहशत है। मोहल्ले के लोग जब अपने-अपने घर लौटने लगे तो वे भी परिवार के साथ आए गए हैं। कहते हैं कि हालात सामान्य होने के बाद ही लौटेंगे।
धारावी में कोरोना से मौतों के बाद डरे प्रवासीदादर-गुवाहाटी से पटना जंक्शन पर उतरे यात्रियों ने मुंबई में हो रही परेशानियों के बारे में खुलकर बताया। नवादा के आनंद पासवान ने कहा कि अब वह बाहर मजदूरी करने नहीं जाएंगे। पछले 12 साल से वह धारावी में रह रहे थे। कई फैक्ट्री में काम कर चुके हैं, परंतु पिछले साल से भयावह स्थिति हो गई है। कोरोना संक्रमण से उसके मोहल्ले में तीन लोगों की मौत हो चुकी तो डर से लोग अपने-अपने घर लौटने लगे। फैक्ट्री मालिक ने इस महीने की तनख्वाह भी नहीं दी, फिर भी लौट गए हैं। यही स्थिति रही तो इस बार पूरी मुंबई खाली हो जाएगी। वहां के अस्पतालों में मरीजों के लिए जगह नहीं है।
कई लोग घरेलू आयोजनों के लिए भी लौट रहेभिवंडी में सब्जी दुकान चलाने वाले रामनगीना राम ने बताया कि भतीजी की शादी 23 अप्रैल को है। मुंबई की स्थिति खराब होते देख पहले ही निकल आए हैं। लॉकडाउन लागू होने व ट्रेनों का परिचालन बंद होने की आशंका से लोग भागने लगे हैं। ट्रेन में एक-एक बर्थ पर तीन-तीन लोग बैठकर आ रहे हैं। कोरोना संक्रमण शांत होने के बाद वह फिर मुंबई लौट जाएंगे।
ज्यादातर लोग स्थिति सामान्य होने के बाद जाएंगे वापससुधीर रमानी भी अपनी पत्नी व भाई के साथ इसी साल मुंबई काम करने गए थे। उसे 12000 रुपये तथा उसके भाई सुरेंद्र को 9000 रुपये तनख्वाह मिल रही थी। 6000 में एक मकान लेकर तीनों रहते थे। कोरोना संक्रमण के भय से मोहल्ले के लोगों के साथ गांव लौट आए हैं। स्थिति सामान्य होने पर ही वापस जा सकते हैं।
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