Bihar Sand Mining: 5 जिलों के बालू घाटों से अब तक शुरू नहीं हुआ खनन, सरकार ने दिया 1 हफ्ते का अल्टीमेटम
हाल ही में खान एवं भू-तत्व विभाग के अपर मुख्य सचिव मिहिर कुमार सिंह की अध्यक्षता में हुई एक समीक्षा बैठक में यह बात सामने आई कि बार-बार निर्देश के बाद भी नालंदा बक्सर मुंगेर बेगूसराय और खगड़िया जेसे जिलों में एक भी बालू घाट से खनन नहीं हो रहा है। अब सरकार ने पदाधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि एक सप्ताह के अंदर बालू घाटों का संचालन स्वीकृत करें।
राज्य ब्यूरो, पटना। राज्य में लगातार हो रहे सरकारी गैर-सरकारी निर्माण कार्यों को लेकर बालू की मांग लगातार बढ़ रही है। बावजूद जिलों में नदियों से बालू खनन को लेकर लगातार सुस्ती की शिकायतें सामने आ रही हैं।
हाल ही में खान एवं भू-तत्व विभाग के अपर मुख्य सचिव मिहिर कुमार सिंह की अध्यक्षता में हुई एक समीक्षा बैठक में यह बात सामने आई कि बार-बार निर्देश के बाद भी नालंदा, बक्सर, मुंगेर, बेगूसराय और खगड़िया जेसे जिलों में एक भी बालू घाट से खनन नहीं हो रहा है।
अपर मुख्य सचिव ने दिया निर्देश
जिलों में इस प्रकार की सुस्ती की बात सामने आने के बाद अपर मुख्य सचिव ने इन पांच जिलों के खनिज विकास पदाधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि एक सप्ताह के अंदर बालू घाटों का संचालन स्वीकृत करें।उन्होंने दोटूक शब्दों में कहा यदि एक सप्ताह के अंदर उपरोक्त बालू घाटों का सफल संचालन नहीं होता है तो वैसी स्थिति में सबंधित खनन पदाधिकारी एवं दोषी कर्मचारियों के विरूद्ध नियमों के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
बता दें कि बिहार के 624 बालू कलस्टर घाटों में से अब तक 114 से बालू खनन प्रारंभ हो पाया है। करीब 160 बालू घाटों को पर्यावरणीय स्वीकृति प्राप्त हो चुकी है। विभाग और जिलों के संयुक्त प्रयास से 624 घाटों के विरूद्ध 290 बालू घाटों की नीलामी की प्रक्रिया पूरी की जा चुकी है। जहां नीलामी की प्रक्रिया चल रही है उन जिलों को प्राथमिकता में यह कार्य करने के निर्देश दिए गए हैं।
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