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Bihar School Reopen Guidelines: बिहार में 28 सितंबर से खुल जाएंगे स्‍कूल, जानिए गाइडलाइन

Bihar School Reopen 50 प्रतिशत शिक्षक ही आएंगे स्कूल । विद्यार्थी भी अभिभावक की अनुमति से ही आएंगे। कंटेनमेंट जोन वालों को कक्षा में शामिल होने की अनुमति नहीं है। स्‍कूलों को खाेलने को लेकर गाइडलाइन जानिए इस खबर में।

By Amit AlokEdited By: Updated: Tue, 22 Sep 2020 03:50 PM (IST)
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अनलॉक-4 के तहत बिहार में स्‍कूलों के खुलने की सांकेतिक फोटो।
पटना, जेएनएन। Bihar School Reopen Guidelines: बिहार में 28 सितंबर से नौवीं से बारहवीं तक के स्कूल खुल जाएंगे। सरकारी के साथ निजी क्षेत्र के विद्यालयों में शर्तों के साथ कक्षाओं का संचालन होगा। महत्वपूर्ण यह कि कंटेनमेंट जोन के विद्यार्थी स्कूल नहीं आएंगे। माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों में कक्षाओं के संचालन के लिए कोरोना गाइड-लाइन का अनुपालन करना होगा। दो दिन के अंदर शिक्षा विभाग की ओर से कक्षाओं के संचालन से संबंधित दिशा-निर्देश भी जारी कर दिया जाएगा। विद्यालय अपने स्तर से विद्यार्थियों और शिक्षकों का शिड्यूल निर्धारित करेंगे।

एक शिक्षक को सप्ताह में तीन दिन ही लेनी हैं कक्षाएं 

मंगलवार को हुई शिक्षा विभाग की उच्च स्तरीय बैठक में निर्णय लिया गया कि अभिभावकों की निगरानी में ही बच्चे विद्यालय आएंगे। उन्हें मास्क, सैनिटाइजर आदि एहतियात के साथ शारीरिक दूरी का अनुपालन करना है। कोरोना संक्रमण से बचाव के मद्देनजर एक दिन में आधे यानी 50 प्रतिशत शिक्षकों की ही उपस्थिति रहेगी। अंतराल के साथ अगले दिन बाकी 50 प्रतिशत शिक्षक उपस्थित होंगे। यानी एक शिक्षक को सप्ताह में महज तीन दिन ही कक्षाएं लेनी हैं।

एक विद्यार्थी को सप्ताह में दो दिन ही मिलेगा मौका 

एक दिन में महज एक तिहाई विद्यार्थी ही स्कूल आएंगे। इस तरह उन्हें सप्ताह में मात्र दो दिन ही कक्षा में शामिल होने का अवसर मिलना है। स्पष्ट है कि कोई विद्यार्थी दो दिन के अंतराल पर कक्षा में शामिल हो पाएगा। जैसे कि किसी विद्यार्थी की उपस्थिति सोमवार की कक्षा में होती है तो उसकी अगली उपस्थिति गुरुवार की कक्षा में होगी। सप्ताह के छह कार्य-दिवसों के दौरान किसी विद्यार्थी के लिए कक्षाओं में उपस्थिति का दिवस-क्रम (सोमवार-गुरुवार, मंगलवार-शुक्रवार, बुधवार-शनिवार) निर्धारित कर दिया है। 

ऑनलाइन कक्षाओं का संचालन पूर्ववत होता रहेगा 

शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने बताया कि विद्यार्थियों के लिए विद्यालय आने कोई बाध्यता नहीं है। अभिभावकों की सहमति से वे स्वेच्छा से कक्षा में शामिल हो सकते हैं। विद्यालय नहीं आने वाले विद्यार्थियों के हितों का ख्याल रखते हुए यह निर्णय लिया गया है कि अभी ऑनलाइन कक्षाओं का संचालन पहले की तरह होता रहेगा। विद्यालय नहीं आने वालों के साथ कक्षाओं में शामिल होने वाले विद्यार्थी भी ऑनलाइन पढ़ाई कर सकेंगे। यह व्यवस्था अगले आदेश तक जारी रहेगी। नौवीं से नीचे की कक्षाओं के लिए अभी ऑनलाइन पढ़ाई का ही व्यवस्था रहेगी।

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