Bihar News: अगर ऐसा हुआ तो बिहार की बदल जाएगी तस्वीर, केंद्र की रिपोर्ट भी दे रही यही संकेत
Bihar News बिहार में सौर ऊर्जा उत्पादन की अपार संभावनाएं हैं। इससे प्रदेश की तस्वीर बदल सकती है। वर्तमान में केवल 180 मेगावाट का उत्पादन होने के बावजूद राज्य में 11000 मेगावाट तक सौर ऊर्जा उत्पादन की क्षमता है। यह क्षेत्र निवेशकों के लिए एक बड़ा अवसर भी प्रदान करता है क्योंकि बिजली कंपनी अगले 25 वर्षों तक सौर ऊर्जा इकाइयों से उत्पादित बिजली खरीदने के लिए प्रतिबद्ध है।
भुवनेश्वर वात्स्यायन, पटना। Bihar News: केंद्र सरकार की एक हालिया रिपोर्ट में यह जिक्र है कि बिहार में सौर ऊर्जा क्षेत्र में 11 हजार, 200 मेगावाट की संभावना है। वहीं, प्रदेश में सौर ऊर्जा के उत्पादन की वर्तमान स्थिति यह है यह केवल 180 मेगावाट ही है। यानी 11 हजार मेगावाट का बाजार पूरी तरह से खुला पड़ा है।
इस आंकड़े के साथ यह तथ्य भी महत्वपूर्ण यह है कि अभी बिहार में प्रतिदिन औसतन 9000 मेगावाट बिजली की खपत है। इस लिहाज से अगर क्षमता के हिसाब से यहां सोलर एनर्जी उत्पादन इकाई लग जाती हैं तो फिर रिन्यूएबल एनर्जी के क्षेत्र में एक बड़ी उपलब्धि हासिल हो जाएगी। बिहार से सौर ऊर्जा की बिक्री दूसरे राज्यों को भी संभव हो सकेगी।
निवेश के बड़े सेक्टर के रूप में सामने
सोलर एनर्जी सेक्टर बिहार में निवेश के एक बड़े सेक्टर के रूप में सामने आया है। बिजली कंपनी ने यह व्यवस्था कर रखी है कि सोलर एनर्जी यूनिट से जितनी बिजली का उत्पादन होगा, वह अगले 25 साल तक बिजली कंपनी खुद खरीद लेगी।इसके लिए संबंधित कंपनी के साथ पावर परचेज एग्रीमेंट (पीपीए) किया जाएगा। विद्युत विनियामक आयोग के स्तर पर बिजली क्रय की दर तय की जाएगी। सौर ऊर्जा उत्पादन इकाई को यहां रेस्को मॉडल के तहत लगाने की व्यवस्था है। इस मॉडल के तहत बिजली कंपनी द्वारा बिजली क्रय की गारंटी उपलब्ध कराई जाती है।
अभी 910 मेगावाट सोलर ऊर्जा का क्रय कर रहा बिहार
बिहार में अभी 910 मेगावाट सोलर ऊर्जा का क्रय बिजली कंपनी द्वारा किया जा रहा है। बिहार में अगर सोलर एनर्जी उत्पादन इकाई लग जाती है तो प्रदेश की इकाई से ही बड़े स्तर पर क्रय संभव हो सकेगा।केंद्र सरकार ने जब से राज्यों के लिए बिजली क्रय में नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन इकाई से एक हिस्से की खरीद को अनिवार्य किया है तब से सौर ऊर्जा की मांग बाजार में बढ़ी है।
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आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।सौर ऊर्जा के उपकरणों के क्षेत्र में विदेशी निवेश
सौर ऊर्जा के उपकरणों के निर्माण में बिहार में ऑस्ट्रेलिया की कंपनी निवेश की तैयारी में है। वह यहां सोलर यूनिट में लगने वाले चिप्स, सेमी कंडक्टर व मॉड्यूल तैयार करेगी। हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के राजदूत ने इस संबंध में बिजली कंपनी के अधिकारियों के साथ बैठक भी की थी।कैमूर के पहाड़ पर लगे ऑफ ग्रिड सोलर यूनिट को ग्रिड कनेक्टिवटी
आम तौर पर अब जितने भी सोलर यूनिट लग रहे हैं, सभी ग्रिड कनेक्टिवटी के साथ हैं। बिहार में कुछ वर्ष पहले कैमूर की पहाड़ी पर 120 गांवों में ऑफ ग्रिड सोलर यूनिट लगे थे। बिजली कंपनी के अधिकारी का कहना है कि तब ग्रिड कनेक्टिविटी के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र नहीं मिला था। अब अनुमति मिलने के बाद वहां ग्रिड कनेक्टिवटी के लिए 11 केवी का तार ले जाया जा रहा है। वहां उत्पादन लगभग पांच मेगावाट का है और 15-20 लोगों को लाभ मिल रहा है। जिन पहाड़ों पर पेड़ नहीं है, वहां सोलर उत्पादन इकाई लगाने के लिए डीपीआर पर काम हो रहा है।यह भी पढ़ेंBihar Jamin Survey: कागज के अभाव में किसके नाम से होगी जमाबंदी? पढ़ लीजिए पूरा नियम यहांBihar News: मूर्ति कला को जीआई टैग मिलने की उम्मीद से शिल्पकारों में खुशी, कारोबार में होगी बढ़ोतरी