'बंगाल में बिहारी छात्रों के साथ मारपीट की घटना दुर्भाग्यपूर्ण', ममता बनर्जी पर बरसे चिराग पासवान
पश्चिम बंगाल में बिहारी छात्रों के साथ हुई मारपीट की घटना पर केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने ममता बनर्जी पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है और इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। चिराग ने ममता बनर्जी से पूछा कि क्या पश्चिम बंगाल में परीक्षा देना भी गुनाह है? क्या अब भी विपक्षी दल के नेता चुप्पी साधे रहेंगे?
राज्य ब्यूरो, पटना। केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री एवं लोजपा (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने पश्चिम बंगाल में बिहारी छात्रों के साथ मारपीट की खबर को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। चिराग ने बुधवार को कहा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक बार फिर बिहारियों का अपमान किया है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।
उन्होंने ममता बनर्जी से पूछा कि क्या पश्चिम बंगाल में परीक्षा देना भी गुनाह है? क्या अब भी विपक्षी दल के नेता चुप्पी साधे रहेंगे? उन्होंने विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव से भी प्रश्न किया कि वे किस हक से तृणमूल कांग्रेस का समर्थन करेंगे।
चिराग ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से आग्रह किया कि वे मामले की गहन जांच करा कर दोषियों पर विधिसम्मत कार्रवाई करें।
बिहार के छात्रों की पिटाई दुर्भाग्यपूर्णः मंगल
बिहार सरकार में स्वास्थ्य एवं कृषि मंत्री मंगल पांडेय ने पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में परीक्षा देने गए बिहार के दो छात्रों की पिटाई, उनके डॉक्युमेंट फाड़ने की कोशिश, डोमिसाइल मांगने और उनसे कान पकड़ कर उठक-बैठक कराने की घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है।
भाजपा के बंगाल प्रभारी ने घटना की निंदा करते हुए ममता बनर्जी सरकार से इस पूरे मामले की जांच कराने और छात्रों के साथ गुंडागर्दी करने वालों की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।
क्या राहुल गांधी कार्रवाई की मांग करेंगे?
उन्होंने इस घटना पर अपनी तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि क्या बिहारी अस्मिता का राग अलापने वाले तेजस्वी यादव व उनकी पार्टी तथा इंडी गठबंधन के दल बिहारी छात्रों की पिटाई मामले में अपना मुंह खोलेंगे? क्या राहुल गांधी ममता बनर्जी से दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग करेंगे?
उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी की सरकार और टीएमसी के गुंडे बेलगाम हो गए हैं। गुंडागर्दी की हद यह है कि बिहार के दो छात्रों को सोते से जगा कर उनके साथ मारपीट की गई और परीक्षा देने के लिए पश्चिम बंगाल फिर कभी नहीं आने के लिए कान पकड़ कर उठक-बैठक कराई गई। यह केवल एक आपराधिक कृत्य नहीं बल्कि संविधान की मूल भावना पर भी प्रहार है।ये भी पढ़ें- 'एनडीए ने ही एनडीए को हराया', उपेंद्र कुशवाहा का चौंकाने वाला दावा; नीतीश कुमार का लिया नाम
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