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Bihar Teacher News: बंपर नियुक्ति से निजी स्कूलों में शिक्षकों का संकट, सरकारी नौकरी और सैलरी से आकर्षित हो रहे टीचर

कान्वेंट स्कूल की शिक्षिका जया ने बताया कि सैलरी को लेकर ज्यादा लाभ नहीं है लेकिन सरकारी स्कूलों में स्थायित्व ने आकर्षित किया है। वहीं स्कूल प्रबंधन का कहना है कि चयनित सभी शिक्षकों द्वारा नियुक्ति की उचित माध्यम से जानकारी नहीं देने के कारण परेशानी बढ़ी है। उचित माध्यम से जानकारी प्राप्त होने के बाद ही उनके स्थान पर दूसरे की नियुक्ति की प्रक्रिया प्रारंभ की जा सकती है।

By Jai Shankar Bihari Edited By: Rajat Mourya Updated: Thu, 18 Jan 2024 04:58 PM (IST)
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बंपर नियुक्ति से निजी स्कूलों में शिक्षकों का संकट, सरकारी नौकरी और सैलरी से आकर्षित हो रहे टीचर

जयशंकर बिहारी, पटना। बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) ने छह माह में प्राथमिक, मध्य, माध्यमिक व उच्च माध्यमिक सरकारी स्कूलों में तीन लाख शिक्षक के पदों पर नियुक्ति की प्रक्रिया पूरी की। इसमें से लगभग दो लाख शिक्षक सरकारी स्कूलों में योगदान दे चुके हैं। काफी कम समय में रिकॉर्ड नियुक्ति प्रक्रिया पूरी होने से राजधानी के निजी और कान्वेंट स्कूलों में शिक्षकों का संकट हो गया है।

स्कूल प्रबंधन के अनुसार, 40 साल से कम उम्र के अधिसंख्य शिक्षकों का चयन बीपीएससी में हो चुका है। सीबीएसई स्कूलों का संगठन पाटलिपुत्र सहोदया के अध्यक्ष डॉ. राजीव रंजन सिन्हा ने बताया कि पटना ही नहीं पूरे राज्य के स्कूलों से शिक्षकों का चयन बीपीएससी में हुआ है। शिक्षकों की कमी स्वभाविक है, लेकिन पढ़ाई प्रभावित होने जैसी बात नहीं है। राजधानी के अधिसंख्य स्कूल मल्टी सेक्शन वाले हैं। एक सेक्शन के शिक्षक के जाने पर दूसरे पढ़ाई पूरी करा रहे हैं।

स्थायित्व ने किया आकर्षित

राजधानी के कान्वेंट स्कूल की शिक्षिका जया घोष ने बताया कि सैलरी को लेकर ज्यादा लाभ नहीं है, लेकिन सरकारी स्कूलों में स्थायित्व ने आकर्षित किया है। वहीं, स्कूल प्रबंधन का कहना है कि चयनित सभी शिक्षकों द्वारा नियुक्ति की उचित माध्यम से जानकारी नहीं देने के कारण परेशानी बढ़ी है। उचित माध्यम से जानकारी प्राप्त होने के बाद ही उनके स्थान पर दूसरे की नियुक्ति की प्रक्रिया प्रारंभ की जा सकती है।

नवचयनित शिक्षकों ने बताया कि बीपीएससी ने आवेदन, परीक्षा, परिणाम, प्रशिक्षण व योगदान के दौरान काफी कम समय दिया। इस कारण स्कूलों को उचित माध्यम से नियुक्ति की जानकारी उपलब्ध नहीं कराई जा सकी।

20 हजार से अधिक शिक्षक नए सत्र में होंगे नियुक्त

राज्य के नामचीन निजी स्कूलों के 20 हजार से अधिक शिक्षकों ने सरकारी स्कूलों में योगदान दिया हैं। इनके स्थान पर नए शिक्षकों की बहाली के लिए निजी स्कूल प्रबंधन ने अभ्यर्थियों से आवेदन मांगना प्रारंभ कर दिया है। विद्यालय संगठनों के अनुसार फरवरी और मार्च में बड़े स्तर पर नियुक्ति के लिए आवेदन मांगे जाएंगे। अगले सत्र में शिक्षकों की कमी पूरी कर ली जाएगी। डा. राजीव रंजन ने बताया कि बीएड कोर्स पूरी करने वाले विद्यार्थियों के लिए यह बेहतर अवसर होगा।

25 हजार हर साल पूरी करते हैं बीएड की पढ़ाई

बीएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा के पूर्व नोडल पदाधिकारी डा. एसपी सिन्हा ने बताया कि राज्य में हर साल लगभग 25 हजार विद्यार्थी बीएड तथा 15 हजार के आसपास डीएलएड की पढ़ाई पूरी करते हैं। पढ़ाई के साथ-साथ नामचीन निजी स्कूलों में योगदान का सुनहरा अवसर संबंधितों के लिए है। वहीं, बीपीएससी और शिक्षा विभाग ने हर साल शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया संचालित करने की घोषणा की है। बीपीएससी कैलेंडर के अनुसार अगस्त के अंतिम सप्ताह में शिक्षक नियुक्ति परीक्षा ली जाएगी।

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