KK Pathak की शिकायत करने सीएम नीतीश कुमार के पास पहुंचा शिक्षक संघ, कहा- खतरे में शिक्षकों और मासूम बच्चों की जान
KK Pathak News बिहार में शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के भीषण गर्मी में स्कूल खोलने और बच्चों और शिक्षकों की 90 प्रतिशत उपस्थिति अनिवार्य करने के आदेश का विरोध तेज हो गया है। छात्रों और शिक्षकों के अचेत होने की घटनाओं ने केके पाठक के इस फैसले के विरोध को और अधिक तेज कर दिया है।
जारगण संवाददाता, पटना। बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ ने भीषण गर्मी में स्कूल खोलने और बच्चों व शिक्षकों की 90 प्रतिशत उपस्थिति अनिवार्य करने का विरोध किया है।
शिक्षक संघ के महासचिव व पूर्व सांसद शत्रुघ्न प्रसाद सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखकर कहा कि शिक्षा विभाग के अलोकतांत्रिक, अमानवीय तथा तानाशाही रवैये से शिक्षक और बच्चों की जान खतरे में है। इस भीषण गर्मी में 16 मई से स्कूल खोल दिया गया है। साथ ही बच्चों एवं शिक्षकों को 90 प्रतिशत उपस्थिति का आदेश गलत है।
शत्रुघ्न प्रसाद सिंह ने कहा है कि शिक्षकों को बीच दोपहर में 1.30 बजे स्कूल छोड़ने के लिए कहा गया है। दोपहर में बच्चों एवं शिक्षकों को घर लौटने में खतरा है। मुजफ्फरपुर के शिक्षक अविनाश कुमार का लू लगने से निधन हो गया।
शत्रुघ्न प्रसाद सिंह ने मुख्यमंत्री से कहा कि शिक्षामंत्री द्वारा संभवत: छह बजे से विद्यालय संचालन की अनुमति नहीं दी गई होगी। छह बजे बच्चों के माता-पिता को जागना और उनके लिए नाश्ता तैयार करना और जो शिक्षक कोसों दूर विद्यालय जाएंगे उन्हें भी बिना नाश्ता किए ही विद्यालय पहुंचना होगा।
पूर्व सांसद ने कहा कि आपदा प्रबंधन विभाग के मौसम वैज्ञानिकों ने बिहार में ‘येलो अलर्ट’ की चेतावनी दी है। इसके बावजूद बच्चों को दोपहर 12 बजे दोपहर और शिक्षकों को 1.30 बजे घर वापस जाने का आदेश अमानवीय है। उन्होंने मामले पर मुख्यमंत्री से हस्तक्षेप करने की मांग की है।
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