नीतीश सरकार की बढ़ी टेंशन! Land Registry Revenue में आई 12 प्रतिशत की कमी; 413 करोड़ का राजस्व घटा
निबंधन विभाग की राजस्व वसूली में 413 करोड़ रुपये की कमी दर्ज की गई है। वित्तीय वर्ष 2022-23 में निबंधन विभाग ने रिकॉर्ड 6583 करोड़ रुपये का राजस्व हासिल किया था। इससे उत्साहित होकर विभाग का नया लक्ष्य सात हजार करोड़ तय किया गया था मगर 31 मार्च तक विभाग 6170 करोड़ रुपये का राजस्व ही वसूल पाया। इस दौरान करीब 1.30 लाख दस्तावेज भी कम निबंधित हुए।
राज्य ब्यूरो, पटना। एक अप्रैल से नया वित्तीय वर्ष शुरू हो चुका है। पिछले वित्तीय वर्ष 2023-24 के लेखा-जोखा की बात करें तो परिवहन विभाग ने राजस्व लक्ष्य से अधिक जाकर 14 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है। वहीं पिछले साल राजस्व लक्ष्य का नया रिकॉर्ड बनाने वाल निबंधन विभाग इस बार पिछड़ गया है।
इस बार निबंधन विभाग के राजस्व में 12 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई है। विभागीय अधिकारी राजस्व में कमी का बड़ा कारण निबंधन के लिए जमाबंदी की शर्त को जोड़ना बता रहे हैं।
परिवहन विभाग ने वर्ष 2023-2024 में 3351 करोड़ रुपये का राजस्व वसूल किया है। परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि विभाग ने विगत वर्ष 2935 करोड़ रुपये राजस्व की प्राप्ति हुई थी जिसकी तुलना में इस बार 416 करोड़ रुपये की अधिक वसूली हुई है।
13 लाख से अधिक नए वाहन हुए निबंधित
राज्य में वाहनों के निबंधन में भी 12.24 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। पिछले वर्ष 2022-2023 में राज्य में कुल 11 लाख 75 हजार 468 वाहनों का निबंधन किया गया था जबकि 2023-2024 में कुल 13 लाख 19 हजार 406 वाहनों का निबंधन किया गया है। निबंधित वाहनों में सबसे अधिक संख्या दोपहिया वाहनों की है।
वर्ष 2023-24 में कुल दस लाख 37 हजार 501 मोटरसाइकिल एवं स्कूटर का निबंधन किया गया है। वहीं 74 हजार 32 ई रिक्शा, 33 हजार 954 आटो और 74 हजार 510 नए मोटरकार का निबंधन किया गया है। इसके पूर्व 49 हजार 631 ई-रिक्शा, 23 हजार 243 आटो और 69 हजार 111 कार का निबंधन हुआ था। राज्य में बसों के निबंधन में भी वृद्धि हुई है। पिछले साल 1397 बसों का निबंधन किया गया था जबकि 2023-2024 में 2000 बसों का निबंधन हुआ।
परिवहन विभाग की राजस्व प्राप्ति
- 2019-20- 2713 करोड़
- 2020-21- 2268 करोड़
- 2021-22- 2471 करोड़
- 2022-23- 2935 करोड़
- 2023-24- 3351 करोड़
निबंधन के राजस्व में 413 करोड़ की कमी
निबंधन विभाग की राजस्व वसूली में 413 करोड़ रुपये की कमी दर्ज की गई है। वित्तीय वर्ष 2022-23 में निबंधन विभाग ने रिकॉर्ड 6583 करोड़ रुपये का राजस्व हासिल किया था। इससे उत्साहित होकर विभाग का नया लक्ष्य सात हजार करोड़ तय किया गया था मगर 31 मार्च तक विभाग 6170 करोड़ रुपये का राजस्व ही वसूल पाया। इस दौरान करीब 1.30 लाख दस्तावेज भी कम निबंधित हुए।
पटना जिले ने सर्वाधिक 1.05 लाख दस्तावेजों का निबंधन करते हुए 1143 करोड़ का राजस्व प्राप्त किया। यह उसके निर्धारित लक्ष्य का मात्र 83.45 प्रतिशत था। इसके मुकाबले वर्ष 2022-23 में पटना जिले ने 1.20 लाख दस्तावेजों का निबंधन करते हुए लक्ष्य का 121 फीसदी यानि 1300 करोड़ रुपये का राजस्व पाया था।निबंधन विभाग के अधिकारियों के अनुसार, इस साल फरवरी तक निबंधन विभाग अपने लक्ष्य के बराबर चल रहा था लेकिन 21 फरवरी से जमाबंदी का नियम लागू होने पर निबंधन की दर 60 से 70 प्रतिशत तक गिर गई। हर साल मार्च में करीब 600 से 750 करोड़ रुपये का निबंधन होता था मगर इस बार मार्च के महीने में करीब 226 करोड़ रुपये की आय ही संभव हो सकी।
भोजपुर, अररिया और सहरसा ने सर्वाधिक 99 प्रतिशत से अधिक लक्ष्य हासिल किया है। इसके अलावा मधेपुरा ने 98 और बेतिया व सारण ने 95-95 प्रतिशत राजस्व लक्ष्य हासिल किया। शेखपुरा में सबसे कम 70 प्रतिशत राजस्व लक्ष्य हासिल हो पाया।
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- 2019-20 - 4422 करोड़
- 2020-21 - 4257 करोड़
- 2021-22 - 5215 करोड़
- 2022-23- 6583 करोड़
- 2023-24- 6170 करोड़