Bihar Weather Update: धीरे-धीरे पसर रही ठंड, राजधानी समेत 20 जिलों में बढ़ी कनकनी; दो दिनों बाद और गिरेगा पारा
Bihar Weather बिहार के मौसम में बदलाव जारी है। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार प्रदेश में अगले दो-तीन दिनों के दौरान तापमान में गिरावट जारी रहेगी। अधिसंख्य जिलों में ठंड में वृद्धि धीरे-धीरे हो रही है। पटना समेत 20 जिलों के न्यूनतम तापमान में गिरावट आई है।
पटना, जागरण संवाददाता। दिसबंर का महीना आधा बीत जाने के बाद ठंड ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। कई जिलों में ठंड के साथ कोहरे की सघनता में वृद्धि हो रही है। बर्फीली हवा के प्रवाह से राजधानी समेत प्रदेश के न्यूनतम तापमान में गिरावट आने के साथ ठंड में बढ़ोतरी हुई है। मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार, बीते 24 घंटों के दौरान राजधानी समेत प्रदेश के 20 जिलों के न्यूनतम तापमान में गिरावट आई है। प्रदेश का गया जिला 7.6 डिग्री सेल्सियस के साथ सबसे ठंडा शहर दर्ज किया गया। राजधानी का न्यूनतम तापमान 0.7 डिग्री सेल्सियस की गिरावट के साथ 10.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
मौसम विज्ञानी की मानें तो पछुआ हवा के प्रवाह में वृद्धि के कारण आने वाले दो से तीन दिनों में तापमान दो से तीन डिग्री की गिरावट की संभावना है। मौसम विज्ञानी की मानें तो प्रदेश के उत्तरी भागों के जिलों के न्यूनतम तापमान 10-12 डिग्री सेल्सियस व राजधानी समेत प्रदेश के दक्षिणी भागों का न्यूनतम तापमान 8-10 डिग्री सेल्सियस के बीच रहेगा। पछुआ की गति 10-12 किमी प्रतिघंटा होने के कारण तापमान में तेजी से गिरावट होने की संभावना है। पांच दिनों तक मौसम शुष्क बने होने के साथ तापमान में क्रमिक गिरावट होगी।
इन जिलों का गिरा तापमान
मौसम विज्ञान केंद्र द्वारा पूर्वानुमान के अनुसार प्रदेश के अधिसंख्य जिलों में ठंड में वृद्धि धीरे-धीरे हो रही है। प्रदेश में अगले तीन दिनों के दौरान तापमान में गिरावट जारी रहेगी। प्रदेश के उत्तरी भागों में सुबह के समय कोहरे के और सघन होने की आशंका है। वाल्मीकि नगर, पूर्वी चंपारण, सिवान, मुजफ्फरपुर, रोहतास, औरंगाबाद, गया, समस्तीपुर, बेगूसराय, शेखपुरा, सुपौल खगड़िया, भागलपुर, बांका व फारबिसगंज जिले के न्यूनतम तापमान में गिरावट आई है।
प्रदूषण के मामले में दिल्ली से आगे मुजफ्फरपुर
वायु प्रदूषण के मामले में दिल्ली को सबसे प्रदूषित शहर माना जाता है, लेकिन मुजफ्फरपुर उससे भी आगे है। गुरुवार को जिला स्कूल के पास वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआइ) 386 व एमआइटी के पास 370 दर्ज किया गया। अगर दिल्ली से इसकी तुलना करें तो आनंद विहार इलाके का एक्यूआइ 212, जेएलएन का 197 व आइटीओ का 107 रहा। स्मार्ट सिटी मिशन की दोषपूर्ण कार्यप्रणाली व अव्यवस्थित यातायात प्रदूषण के बड़े कारण हैं।