बिहार में कर्पूरी सम्मेलन कर 'भारत रत्न' को भुनाएगी BJP, एकमुश्त 36 प्रतिशत वोट बैंक है लक्ष्य
लोकसभा चुनाव से ठीक पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देकर बिहार भाजपा की 1988 से लंबित मांग को पूरा कर एकमुश्त 36 प्रतिशत अति पिछड़ा वोट बैंक ही नहीं बल्कि सर्वसमाज को साधने की पहल की है। अब इस पहल को कर्पूरी सम्मेलन के माध्यम से भाजपा के नेता जिलेवार दौरा कर लोगों को बताएंगे।
रमण शुक्ला, पटना। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'भारत रत्न' से अलंकृत करने के निर्णय के बाद भाजपा इसे चुनावी जीत का आधार भी बनाना चाहती है। इस लक्ष्य के साथ वह बिहार के सभी जिलों में सम्मेलन का आयोजन कर कर्पूरी ठाकुर से सहानुभूति रखने वाले जातीय समीकरण को साधने का प्रयास करेगी।
भाजपा की योजना जननायक के नाम से प्रसिद्ध पूर्व मुख्यमंत्री की पुण्यतिथि (17 फरवरी) तक सभी 45 सांगठनिक जिलों में कार्यक्रम कराने की तैयारी में जुट गई है। भाजपा पहले से ही उस अति पिछड़ा वर्ग को रिझाने के लिए प्रयासरत है, जिसके एक उप-वर्ग (नाईं यानी हज्जाम) से कर्पूरी ठाकुर का संबंध है।
केंद्र और राज्य के मंत्रियों की लगेगी ड्यूटी
जिलों में होने वाले सम्मेलन में पार्टी के प्रदेश पदाधिकारियों के साथ केंद्रीय एवं राज्य सरकार के मंत्रियों की भी सहभागिता होगी। उससे पहले बड़े पैमाने पर होर्डिंग एवं बैनर के माध्यम से इसके प्रचार-प्रसार की योजना है। कर्पूरी ठाकुर के करीबी नेताओं में शुमार रहे भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं मीडिया विभाग के प्रभारी डा. भीम सिंह व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार में जुटे हैं। वहीं, पार्टी के एमएलसी एवं जिलेवार कर्पूरी सम्मेलन के प्रदेश संयोजक डा. प्रमोद चंद्रवंशी को आयोजन का दायित्व दिया गया है।प्रदेश अध्यक्ष सह उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने यह दायित्व सौंपा है जिलावार सम्मेलन में मंचस्थ होने वाले नेताओं के नाम का निर्णय व समन्वय स्थापित करने काम भी प्रमोद को ही दिया गया है।
एकमुश्त 36 प्रतिशत वोट बैंक है लक्ष्य
लोकसभा चुनाव से ठीक पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कर्पूरी ठाकुर को 'भारत रत्न' देकर बिहार भाजपा की 1988 से लंबित मांग को पूरा कर एकमुश्त 36 प्रतिशत अति पिछड़ा वोट बैंक ही नहीं, बल्कि सर्वसमाज को साधने की पहल की है। अब इस पहल को कर्पूरी सम्मेलन के माध्यम से भाजपा के नेता जिलेवार दौरा कर लोगों को बताएंगे। सम्मेलन में कर्पूरी ठाकुर के सपने को पूरा करने के लिए एडीए सरकार विशेषकर भाजपा की ओर से की गई कोशिश से जनता को अवगत कराएंगे।इसमें मुख्य रूप से सर्वणों को 10 प्रतिशत आरक्षण देने की बात हो या फिर जन्म-शताब्दी पर केंद्र सरकार की ओर कर्पूरी के नाम पर सिक्का, नए स्वरूप का डाक टिकट जारी करने की पहल। कर्पूरी ठाकुर की सरकार ने अनुसूचित समाज ही नहीं, पिछड़ों के साथ ही ऊंची जाति के गरीबों के उत्थान की पहल की थी। इसी कड़ी में सवर्ण गरीबों एवं सभी वर्गों की महिलाओं के लिए बिहार में तीन-ती प्रतिशत आरक्षण लागू किया था।
प्रधानमंत्री मोदी की सरकार ने कर्पूरी ठाकुर के पद चिह्नों पर चलते हुए ऊंची जाति के गरीबों को 10 प्रतिशत आरक्षण दिया। वहीं, सभी वर्गों की महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण पूरे देश में लागू कर दिया। इसी तरह राज्य सरकार की ओर कर्पूरी के नाम से संचालित योजनाओं का ब्योरा भी भाजपा नेता गिनाएंगे। इसमें अभी तक कर्पूरी ठाकुर के नाम संचालित योजनाओं से किस वर्ग को कितना लाभ मिला यह भी विस्तार से बताने एवं समझाने की तैयारी है।
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