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Rahul Gandhi : बिहार BJP को नहीं भाया राहुल गांधी का रायबरेली जाना, इन दो कद्दावर नेताओं ने दिखा दिया आईना

Rahul Gandhi कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के रायबरेली से चुनाव लड़ने की खबर सामने आने के बाद बिहार भाजपा के नेताओं ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने इसे लेकर राहुल गांधी पर जमकर हमला बोला है। उनका कहना है कि गांधी परिवार में डर है। उन्होंने राहुल गांधी के अपनी पुरानी सीट से चुनाव नहीं लड़ने की वजह भी बताई।

By Yogesh Sahu Edited By: Yogesh Sahu Updated: Fri, 03 May 2024 01:24 PM (IST)
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Rahul Gandhi : बिहार BJP को नहीं भाया राहुल गांधी का रायबरेली जाना, दो कद्दावर नेताओं ने दिखा दिया आईना

डिजिटल डेस्क, पटना। Rahul Gandhi Candidature From Raebareli Lok Sabha Seat : बिहार भाजपा को कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का रायबरेली से लोकसभा चुनाव लड़ने का फैसला कुछ खास नहीं ठीक नहीं लगा है। भाजपा के दो नेताओं ने इसे लेकर कांग्रेस को आईना दिखाया है। उनका कहना है कि यह फैसला डर की वजह से लिया गया है अथवा थोपा गया है।

पूरा खानदान भाग गया : सम्राट चौधरी

राहुल गांधी के रायबरेली (Raebareli Lok Sabha Seat) से चुनाव लड़ने के सवाल पर भाजपा नेता और उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी (Samrat Choudhary) ने शुक्रवार को प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ये डर है। यही तो डर है। पहले डर था तो मंदिर तक पहुंच गए। मंदिर में पूजा करनी पड़ रही है।

राहुल गांधी (Rahul Gandhi), सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) और प्रियंका गांधी (Priyanka Gnadhi) अपनी परंपरागत सीट, जिस पर उनकी दादी उनके दादा, परदादा लड़ते रहे, अब उसको भी छोड़कर पूरा खानदान भाग गया।

उप मुख्यमंत्री ने नीतीश के वादे को दोहराया

सम्राट ने कहा कि लिखकर रख लीजिए 2025 का जो चुनाव होगा, 10 लाख नौकरी देने का जो वादा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया है, उसे पूरा करेंगे। यह गारंटी है। ये लालू यादव का राज नहीं है।

लगता है दबाव में ही गए वहां : रविशंकर प्रसाद

इधर, भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद (Ravi Shankar Prasad) ने राहुल गांधी के रायबरेली से लड़ने के सवाल पर कहा कि वो लड़ना नहीं चाहते होंगे। थोपा गया होगा।

प्रसाद ने कहा कि पहले वह अमेठी की हार के बाद वायनाड चले गए। क्योंकि वहां मुस्लिम और क्रिश्चियन अधिक थे। अब लग रहा है वहां से भी हारने की उम्मीद है।

उन्होंने कहा कि अमेठी जहां से उनके (राहुल गांधी के) पिताजी (स्व. राजीव गांधी) लड़े, उनके चाचा संजय गांधी लड़े। खुद भी चार-पांच बार लड़े तो क्यों छोड़ दिया। रायबरेली भी लगता है दबाव में ही गए हैं।

हार की हिचक : प्रसाद

प्रसाद ने कहा कि उनकी पार्टी उन्हें कहां से चुनाव लड़ाती है, ये उनका विषय है। हार की हिचक, हार का डर उनके सामने है।

इसलिए डर था उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि जो व्यक्ति प्रधानमंत्री को रोज चुनौती दे रहा है, ऐसी भाषा में जो शर्मनाक भाषा है। वो अपने पुराने लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने में डरते हैं। देश क्या चलाएंगे?