Bihar Politics: क्या है भाजपा की 70 बनाम 30 की सोशल इंजीनियरिंग ? राममंदिर दर्शन है इसका दूसरा अध्याय
Bihar Politics बिहार में महागठबंधन में कथित कलह के बीच बिहार भाजपा ने लोकसभा चुनाव की तैयारियों को आगे बढ़ाने लगी है। पार्टी नेतृत्व की इच्छा बिहार की सभी 40 सीटों पर एनडीए की जीत सुनिश्चित करने की है। हाल ही में गृहमंत्री अमित शाह ने भाजपा की प्रदेश इकाई को 70 बनाम 30 के समीकरण को साधने का निर्देश दिया था।
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार में महागठबंधन में कथित कलह के बीच बिहार भाजपा ने लोकसभा चुनाव की तैयारियों को आगे बढ़ाने लगी है। पार्टी नेतृत्व की इच्छा बिहार की सभी 40 सीटों पर एनडीए की जीत सुनिश्चित करने पर टिक गई है।
पिछले दिनों मुजफ्फरपुर के पताही की सभा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भाजपा की प्रदेश इकाई को सार्वजनिक मंच को एक संदेश दे गए हैं। वह यह कि 70 बनाम 30 (20 प्रतिशत मुसलमान व 10 प्रतिशत यादव) को छोड़कर शेष मतदाताओं को साधने की पहल करनी है।
क्या है BJP का 70 बनाम 30 का प्लान ?
भाजपा नेताओं का मानना है कि यादव-मुस्लिम समुदाय महागठबंधन के कोर वोटर्स हैं। उन्हें तोड़ना आसान नहीं हैं। हालांकि बाकी बचे 70 प्रतिशत की आबाधी को भाजपा की तरफ मोड़ा जा सकता है। केंद्र की योजनाएं इसमें बड़ी भूमिका निभाने वाली है।हालांकि भाजपा आने वाले समय में कई ऐसे कदम उठा सकती है, जो लोकसभा चुनाव की बाजी को पूरी तरह उनकी तरफ कर सकते हैं। प्रदेश इकाई उस पर आगे बढ़ चुकी है। इस रणनीति का एक अध्याय अयोध्याधाम में 50 लाख श्रद्धालुओं को श्रीराम का दर्शन कराने का है।
अयोध्या दर्शन करा राजनीति साधेगी भाजपा
शनिवार को पार्टी मुख्यालय में हुई बिहार के शीर्ष नेताओं की बैठक में बिहार के 50 लाख श्रद्धालुओं को 22 जनवरी के बाद आगामी तीन महीने में अयोध्याधाम भ्रमण कराने पर मुहर लगी।भाजपा की योजना प्रतिदिन 80 से सौ विशेष ट्रेन बिहार के विभिन्न स्टेशन से अयोध्याधाम के बीच चलाने की है। तीन दिवसीय अयोध्याधाम यात्रा में श्रद्धालुओं के लिए भोजन एवं ठहरने एवं टिकट की व्यवस्था निशुल्क होगी। भाजपा का यह कदम लोकसभा चुनाव के लिए ट्रंपकार्ड साबित हो सकता है।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।