Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

भाजपा ने क्यों छोड़ा 'नीतीश के लिए दरवाजा बंद' कहना? नरम रुख से बिहार में सियासी अटकलें तेज

बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लेकर भारतीय जनता पार्टी के तेवर कुछ नरम होते दिख रहे हैं। सियासी अटकलों के बीच कई ऐसे संकेत भी हैं जो हवा का रुख मुड़ने की ओर इशारा करते हैं। जदयू के एनडीए से अलग होने के बाद ऐसा कुछ पहली बार देखने को मिल रहा है। यही वजह है कि कयासबाजी और तेज हो गई है।

By Yogesh SahuEdited By: Yogesh SahuUpdated: Thu, 21 Sep 2023 05:14 PM (IST)
Hero Image
भाजपा ने क्यों छोड़ा 'नीतीश के लिए दरवाजा बंद' कहना? नरम रुख से बिहार में सियासी अटकलें तेज

जागरण डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार की राजनीति में एक बार फिर एकसाथ कई अटकलें लगनी शुरू हो गई हैं। जदयू (JDU) पर भाजपा (BJP) के नरम रुख और आईएनडीआईए गठबंधन (I.N.D.I.A Alliance) में खींचतान के बीच नीतीश कुमार के बयान ने सियासी हवा का रुख मोड़ दिया है। नीतीश कुमार (Nitish Kumar) को उम्मीद थी कि विपक्षी दलों के महागठबंधन आईएनडीआईए का संयोजक बनाया जाएगा। लेकिन अभी तक इस पर फैसला नहीं हुआ है। यह कई समीकरणों की ओर इशारा कर रहा है। इधर, भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के हमले सधे स्वर में धीमे हुए हैं। इन ताजा हालात के सियासी गलियारों में कई मायने निकाले जा रहे हैं।

बिहार की राजनीति (Bihar Politics) से जुड़े जानकार नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की पाला बदलने की छवि से अच्छी तरह वाकिफ हैं। उन्होंने दो साल गठबंधन में रहने के बाद 9 अगस्त 2022 को एनडीए (NDA) का दामन छोड़कर लालू प्रसाद यादव की पार्टी राजद से हाथ मिला लिया था। इसके बाद ही बिहार में जदयू-राजद (JDU-RJD) की सरकार बनी।

राजग से गठबंधन तोड़ने के बाद से अब तक भाजपा नेता और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) करीब पांच बार बिहार का दौरा कर चुके हैं। इन दौरों में उन्होंने नीतीश कुमार पर जमकर निशाना भी साधा था। परंतु, अपने पिछले दौरे में वह नीतीश से ज्यादा लालू यादव (Lalu Yadav) पर हमलावर दिखे। उन्होंने बिहार में 'जंगलराज' को लेकर खूब हमला भी बोला।

कहां से आया नीतीश के प्रति नरम रुख?

कहते हैं राजनीति में कुछ भी स्थायी नहीं होता है। यही वजह है कि भाजपा नेताओं का नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के प्रति नरम रुख देखने को मिल रहा है। जानकारों का कहना है कि इसकी नींव पटना में हुई आईएनडीआईए की बैठक में नीतीश कुमार को गठबंधन का संयोजक नहीं बनाए जाने पर पड़ी थी।

इसके बाद हुई दो बैठकों में भी नीतीश को संयोजक बनाए जाने पर कोई ठोस फैसला नहीं हुआ। इधर, बीते दिनों राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की ओर से जी-20 देशों के प्रतिनिधियों के लिए आयोजित रात्रि भोज ने रुख को और बदलकर रख दिया।

इस भोज की एक तस्वीर सामने आई जिसमें नीतीश कुमार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के साथ नजर आए। यहीं से नरम रुख की शुरुआत होती दिखती है। इसके बाद ही अमित शाह (Amit Shah) का बिहार दौरा हुआ। शाह अपनी पिछली जनसभाओं के मुकाबले इस बार नीतीश पर अधिक हमलावर नहीं दिखे।

JDU से गठबंधन टूटने के बाद अमित शाह कब-कब बिहार आए

जदयू से गठबंधन टूटने के बाद अमित शाह (Amit Shah) बिहार के अपने पांच दौरों में छह जनसभाओं को संबोधित कर चुके हैं। अपने पिछले दौरों में अमित शाह जब-जब आए तो उन्होंने यही कहा कि नीतीश कुमार के लिए एनडीए का दरवाजा बंद (NDA Ka Darwaza Band) हो चुका है। हालांकि, इस बार अपने ताजा दौरे में शाह ने एक बार भी ऐसा कुछ नहीं कहा। हालांकि, लालू और नीतीश की सरकार पर जरूर तंज कसा। आइए जानते हैं अमित शाह कब-कब आए और क्या कहा।

16 सितंबर 2023 : अमित शाह बोले- बिहार में जल्द होंगे चुनाव

बिहार में मधुबनी के झंझारपुर में रैली को संबोधित करने के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) अररिया (Araria) पहुंचे। अपने बिहार दौरे पर उन्होंने जल्द ही चुनाव होने की बात कही। इस दौरान जोगबनी स्थित आईसीपी में नवनर्मित बीजीएफ क्वार्टर का उद्घाटन भी किया। यहां पढ़ें पूरी खबर

16 सितंबर 2023 : अमित शाह का बड़ा एलान- जल्द शुरू होगी तीन वंदे भारत मेट्रो

मिथिलांचल और सीमांचल के एक दिवसीय दौरे पर आए केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह बिहार के विकास का एकमात्र विकल्प भाजपा की सरकार को बता गए। उन्होंने प्रदेश में वंदे भारत मेट्रो (Vande Bharat Metro) चलाने का भी एलान किया। यहां पढ़ें पूरी खबर

29 जून 2023 : लखीसराय में अमित शाह बोले- पूरा हिसाब देने आया हूं... सुन लो

बिहार के लखीसराय में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने जनसभा (Amit Shah Rally) को संबोधित किया। उन्होंने नीतीश सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने केंद्र सरकार की योजनाओं और विकास के कार्यों का जानकारी देते हुए विपक्ष को करारा जवाब दिया। यहां पढ़ें पूरी खबर

2 अप्रैल 2023 : नवादा में अमित शाह बोले- नीतीश नहीं ला सकते शांति

नवादा के हिसुआ में केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह (Union Minister Amit Shah) ने जनसभा को संबोधित करते हुए सबसे पहले बिहार में हिंसा पर सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि सासाराम में अशोक जयंती में जाना था। वहां गोली चल रही है, नहीं जा सका। कहा कि मैं गृह मंत्री हूं, बिहार मेरे हिस्से में है। नीतीश कुमार (Nitish Kumar) शांति नहीं ला सकते है। यहां पढ़ें पूरी खबर

यह भी पढ़ें : जल्‍द बिहार आएंगे जेपी नड्डा: I.N.D.I.A में खटपट के बीच पार्टी को देंगे मजबूती, इस समारोह में लेंगे हिस्‍सा

25 फरवरी 2023 : जोर से बोलिए भारत माता की जय- अमित शाह ने लगवाए नारे

गृह मंत्री अमित शाह ने 25 फरवरी 2023 को पश्चिमी चंपारण (West Champaran) जिले के बेतिया (Betiah) में जनसभा की। इस दौरान उन्होंने जंगलराज से मुक्ति के लिए नारे लगवाए। इसके साथ ही नीतीश कुमार (Nitish Kumar) पर जमकर निशाना साधा। यहां शाह 44 मिनट विलंब से पहुंचे और 32 मिनट तक भाषण दिया। यहां पढ़ें पूरी खबर

11 अक्टूबर 2022 : अमित शाह एक महीने दो बार आए

इससे पहले अमित शाह ने अक्टूबर 2023 में एक महीने के अंदर दो बार बिहार का दौरा किया। शाह ने इस दौरे में भी नीतीश कुमार पर निशाना साधा। यहां पढ़ें पूरी खबर

30 जुलाई 2022 : अमित शाह- बिहार में रोडमैप बनाएगी बीजेपी

पटना पहुंचे अमित शाह (Amit Shah) कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। उन्होंने बिहार में भाजपा का रोडमैप बनाने की बात कही। यहां पढ़ें पूरी खबर

यह भी पढ़ें : बिहार में क्या टूट जाएगी चाचा-भतीजे की जोड़ी? बदले-बदले नजर आ रहे नीतीश कुमार, सहमे-सहमे दिखे तेजस्वी यादव

23 सिंतबर 2022 : अमित शाह की मंच से चेतावनी- सत्ता के लिए न करें काम

बिहार के सीमांचल इलाके में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने पूर्णिया (Purnia) में सभा की। इंदिरा गांधी स्टेडियम में सभा हुई। पूर्णिया शहर पूरी तरह भगवामय हो गया था। यहां लोगों की काफी भीड़ पड़ी थी। यहां पढ़ें पूरी खबर