Bihar Politics: पारस के लिए BJP क्या कर रही प्लानिंग? कद बढ़ाकर चिराग को दे सकती है साफ संदेश
चिराग पासवान को संतुलित करने के लिए उनके चाचा पशुपति कुमार पारस का कद बढ़ाने की तैयारी हो रही है। भाजपा की रणनीति के तहत पारस को राज्यपाल या किसी केंद्रीय आयोग का अध्यक्ष बनाया जा सकता है। यह पद केंद्रीय मंत्री के समकक्ष होगा। दूसरी तरफ चिराग को समझाया जा रहा है कि एनडीए की रीति नीति की परिधि में ही वे अपनी वाणी और गतिविधियों को केंद्रीत रखें।
राज्य ब्यूरो, पटना। लोजपा (रा) के अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान को संतुलित करने के लिए उनके चाचा और पार्टी के दूसरे गुट रालोजपा के अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस का कद बढ़ाने की तैयारी हो रही है।भाजपा की रणनीति अगर व्यवहार में उतरी तो पारस जल्द ही किसी राजभवन में नजर आएंगे।
राजभवन के अलावा उनके लिए दूसरी जगह की भी पहचान हो रही है। यह किसी केंद्रीय आयोग का अध्यक्ष पद हो सकता है।वह पद केंद्रीय मंत्री के समकक्ष होगा।
यह खुशखबरी पारस को दे दी गई, जिससे उनके लोग उत्साहित हैं। दूसरी तरफ चिराग को समझाया जा रहा है कि एनडीए की रीति नीति की परिधि में ही वे अपनी वाणी और गतिविधियों को केंद्रीत रखें। उसी में उनकी भलाई है।
पारस का कद बढ़ाने की सुधि भाजपा को चिराग की कुछ नई गतिविधियों के कारण आयी है। आरक्षण में क्रीमी लेयर, लैटरल इंट्री और अनुसूचित जाति-जनजाति के आरक्षण में उप वर्गीकरण जैसे मुद्दे पर चिराग अति सक्रिय हो उठे थे। इसी बीच उन्होंने झारखंड सहित अन्य राज्यों में भी चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी।
चिराग की अति सक्रियता से चिंतित भाजपा ने पहले पारस को सहलाया। गृह मंत्री अमित शाह ने उन्हें उचित सम्मान का भरोसा दिया। दूसरी तरफ, चिराग को भी उन्होंने अपने तरीके से समझा दिया। अब पारस को उचित सम्मान देने का माध्यम खोजा जा रहा है। पहला माध्यम किसी राज्य के राज्यपाल का पद हो सकता है।
यह पद पारस की भी पसंद है। विकल्प के रूप में किसी ऐसे केंद्रीय आयोग या बोर्ड की भी खोज हो रही है, जिसके अध्यक्ष का पद केंद्रीय मंत्री के समकक्ष हो। ताकि पद धारण के बाद पारस जब कभी बिहार आएं तो उनके आसपास ऐसा तामझाम हो, जिससे यह पता चले कि ये भी एनडीए के घटक हैं।
इस तामझाम से पारस अपने दल के कार्यकर्ताओं-नेताओं में आत्म विश्वास पैदा कर सकेंगे कि अगले साल के विधानसभा चुनाव में रालोसपा को भी कुछ सीटें मिल सकती हैं।
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