Pradhan Mantri Vishwakarma Yojana बिहार राज्य के तीन शहरों के साथ ही 11 सौ मंडलों में रविवार को भाजपा प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के शुभारंभ पर भव्य आयोजन करने जा रही है। चूंकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जन्मतिथि पर योजना की शुरुआत हो रही इस वजह से पार्टी ने वृहद पैमाने पर कार्यक्रम तैयार किया है जिसके तहत बड़ी एलईडी स्क्रीन पर लोगों को प्रधानमंत्री का उद्बोधन दिखाने की तैयारी है।
By Edited By: Prateek JainUpdated: Sat, 16 Sep 2023 03:38 AM (IST)
राज्य ब्यूरो, पटना:
राज्य के तीन शहरों के साथ ही 11 सौ मंडलों में रविवार को भाजपा प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के शुभारंभ पर भव्य आयोजन करने जा रही है।
चूंकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जन्मतिथि पर योजना की शुरुआत हो रही इस वजह से पार्टी ने वृहद पैमाने पर कार्यक्रम तैयार किया है। बिहार भाजपा के तीन शीर्ष पदधारक के साथ तीन केंद्रीय मंत्री राज्य के तीन प्रमुख शहरों (पटना, गया व मुजफ्फरपुर) में योजना का शुभारंभ करेंगे।
वहीं, भाजपा ओबीसी मोर्चा की ओर से प्रत्येक मंडल में एलईडी की बड़ी स्क्रीन पर समाज विशेष के लोगों को प्रधानमंत्री का उद्बोधन दिखाने की तैयारी है।
इन नेताओं को दी गई जिम्मेदारी
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता मनोज शर्मा ने बताया कि केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह एवं प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी पटना में, केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी एवं भाजपा विधान मंडल दल के नेता विजय सिन्हा गया में और केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस व विधान परिषद में प्रतिपक्ष के नेता हरि सहनी में मुजफ्फरपुर में आयोजित लॉन्चिंग समारोह में उपस्थित रहेंगे।
इसके अलावा अलग-अलग मंडलों में आयोजित कार्यक्रम में कोई न कोई पार्टी के वरिष्ठ नेता, प्रदेश पदाधिकारी या कार्यकर्ता उपस्थित रहेंगे।
पिछड़ा वर्ग के लिए वरदान
केंद्र सरकार ने देश के 30 लाख पिछड़ा वर्ग परिवारों को लक्ष्य कर योजना का खाका तैयार किया है।
इसके तहत देश में 17 स्थान पर बड़े कार्यक्रम तय किए गए हैं। इस योजना के तहत पिछड़ा वर्ग की 140 गरीब जातियों को सम्मिलित किया गया है।
पसमांदा समुदाय को भी साधने की तैयारी
वहीं, मुस्लिम में पसमांदा समुदाय को भी इस योजना से जोड़कर लाभ दिलाना अहम लक्ष्य है। पसमांदा समाज को इस योजना से जोड़कर प्रधानमंत्री ने सामाजिक आधार पर न्याय कर सबका साथ सबका विश्वास के संकल्प को स्थापित करने की पहल की है।
इस योजना में 13000 करोड़ का बजट रखा गया है। दो लाख रुपये तक का ऋण मात्र पांच प्रतिशत के मामूली वार्षिक ब्याज पर उपलब्ध कराने का प्राविधान किया गया है।
लाभार्थी को प्रशिक्षण, मार्केटिंग स्किल तथा 15,000 रुपये तक आर्थिक अनुदान दिया जाएगा। इसमें पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को उनके पारंपरिक उत्पादों और सेवाओं को बढ़ाने में शुरू से अंत तक समग्र सहायता प्रदान करने की परिकल्पना की गई है।
यह भी पढ़ें- Ramcharitmanas Controversy: तेजस्वी की चेतावनी के बाद बदले शिक्षा मंत्री के सुर? बोले- आज पॉलिटिकल मूड में नहीं...
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।