तो हो गया फाइनल... BJP बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियों का जल्द करेगी श्रीगणेश, हलचल तेज
लोकसभा चुनाव के खत्म हुए एक महीना होने को है। इस बीच बिहार में विधानसभा चुनाव की सुगबुगाहटें तेज होने लगी है। कुछ दलें अपनी जीत के लिए अभी से ही तैयारियों में जुट गई है। ऐसे में अगले साल होने वाले चुनाव से पहले भाजपा इसी पखवाड़े प्रदेश स्तरीय समारोह का आयोजन करेगी और इसी बीच चुनावी तैयारियों की घोषणा करने की योजना है।
रमण शुक्ला, पटना। भाजपा बिहार में पांच वर्ष बाद सक्रिय सदस्यता अभियान शुरू से करने की तैयारी में है। वर्ष 2019 के बाद पार्टी की ओर से सक्रिय सदस्यता अभियान या सामान्य सदस्यता अभियान नहीं चलाया गया। भाजपा के संविधान में प्रत्येक छह वर्ष पर सक्रिय सदस्यता अभियान का प्रविधान है। इसके बाद पार्टी संगठनात्मक चुनाव की ओर बढ़ती है।
ऐसे में अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा की ओर से इसी पखवाड़े प्रदेश स्तरीय समारोह का आयोजन कर चुनावी तैयारियों की घोषणा करने की योजना है।
समारोह में केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह या कोई अन्य शीर्ष राष्ट्रीय नेता मुख्य अतिथि की भूमिका में होगा। प्रदेश स्तरीय संगठनात्मक कार्यक्रम में मंडल स्तर तक के पार्टी पदाधिकारियों को बुलाने की पहल की जा रही है।
इसके लिए श्रीकृष्ण मेमोरियल हाल या बापू सभागार जैसे बड़े हाल की शीघ्र ही पार्टी की ओर से आरक्षित कराने की तैयारी है। मुख्य अतिथि का कार्यक्रम तय होते ही भाजपा आयोजन तिथि की घोषणा कर देगी। संभव है कि उसी कार्यक्रम से पार्टी सदस्यता अभियान का भी शंखनाद कर दे।
अभी 37 लाख सदस्य
भाजपा संविधान के अनुसार वर्तमान में प्रत्येक तीन वर्ष पर पहले सक्रिय एवं बाद में सामान्य सदस्यता अभियान चलाने का प्रविधान है। 2019 में पार्टी के तत्कालीन सदस्यता अभियान प्रभारी एवं पूर्व प्रदेश महामंत्री राधा मोहन शर्मा की अगुवाई में 1.24 लाख सक्रिय एवं 37 लाख सामान्य सदस्य बनाए गए थे। तब पहली बार पार्टी ने एक-एक सामान्य सदस्य का एड्रेस प्रूफ संग्रहित किया था।सक्रिय सदस्य बनने के लिए 18 वर्ष उम्र के साथ दो सौ रुपये सदस्यता शुल्क एवं सौ सामान्य सदस्य बनाने की अर्हता तय है। सक्रिय सदस्य को सामान्य सदस्य बनाने के लिए पांच-पांच रुपये लेना है।
Bihar Politics: 'जेल यातना की याद में लालू,..', RJD प्रमुख के बारे में मांझी के बेटे ने ये क्या कह दिया? सियासत तेज
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।संगठनात्मक चुनाव की प्रक्रिया
संगठनात्मक चुनाव प्रक्रिया में बूथ, मंडल, जिला, प्रदेश एवं राष्ट्रीय पर अंत में अध्यक्ष का चुनाव कराने का प्रविधान हैं। हालांकि, तीन दशक से चुनाव प्रक्रिया लगभग बंद ही है। सभी स्तर पर मनोनयन की व्यवस्था प्रभावी है, लेकिन चुनावी कोरम की शुरुआत बूथ स्तर से होती रही है। इस बार भी कुछ ऐसा ही करने की तैयारी चल रही है। ये भी पढ़ें-'प्रधानमंत्री मोदी नहीं, कांग्रेस असली...', सदन में ललन सिंह का फूटा गुस्सा; याद दिला दी पुरानी बातBihar Politics: 'जेल यातना की याद में लालू,..', RJD प्रमुख के बारे में मांझी के बेटे ने ये क्या कह दिया? सियासत तेज