Pitru Paksha 2024: पितृपक्ष के लिए बिहार सरकार के इस स्पेशल पैकेज की बढ़ी डिमांड, देशभर के श्रद्धालु करा रहे बुकिंग
पितृपक्ष के अवसर पर बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम द्वारा प्रस्तुत किए गए यात्रा पैकेज की मांग में तेजी से वृद्धि देखी जा रही है। इस समय श्रद्धालु विभिन्न प्रकार के पैकेज बुक कर रहे हैं जो विशेष रूप से पिंडदान और अन्य धार्मिक क्रियाओं के लिए तैयार किए गए हैं। इस पैकेज में यात्रा के लिए वाहन पंडा पूजन-सामग्री होटल और पिंडदान से जुड़ी साहित्य-सामग्री की व्यवस्था होगी।
जागरण संवाददाता, पटना। पितृपक्ष को लेकर बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम की ओर से तैयार पैकेज की मांग तेजी से बढ़ रही है।
सोमवार को 60 से अधिक लोगों ने पैकेज के बारे में जानकारी प्राप्त की। इसके अलावा, 12 लोगों ने पैकेज बुक कराया है। इसमें से छह लोगों ने ई-पिंडदान के लिए बुकिंग कराया है।देशभर के विभिन्न हिस्सों से श्रद्धालु पिंडदान के लिए पैकेज की बुकिंग करा रहे हैं। इस पैकेज में यात्रा के लिए वाहन, पंडा की सुविधा, पूजन सामग्री, होटल की व्यवस्था एवं पिंडदान से जुड़ी साहित्य-सामग्री की व्यवस्था निगम की ओर से किया जाएगा।
बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम के महाप्रबंधक अभिजीत कुमार का कहना है कि निगम की ओर से तैयार पैकेज की बुकिंग देश के काेने-कोने से लोग आ रहे हैं।निगम की ओर से पटना, पुनपुन एवं गया के लिए पैकेज तैयार किया गया है। यह पैकेज एक दिन का होगा। इसके अलावा एक पैकेज पटना, पुनपुन, गया, बोध गया एवं राजगीर को भी शामिल किया गया है। यह पैकेज एक रात एवं दो दिनों का होगा।
एक दिन का पैकेज
एक रात, दो दिन का पैकेज
कटेगरी वन - लक्जरी होटल:
प्रति व्यक्ति: ₹21,100कटेगरी टू - सेमी लक्जरी होटल:प्रति व्यक्ति: ₹19,950कटेगरी थ्री - एसी होटल:प्रति व्यक्ति: ₹18,850
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।पैकेज की विशेषताएं:
- यात्रा के लिए वाहन: पैकेज में यात्रा के लिए पूरी सुविधा प्रदान की जाएगी।
- पंडा की सुविधा: पंडा के साथ यात्रा की व्यवस्था।
- पूजन सामग्री: पिंडदान और अन्य धार्मिक कार्यों के लिए आवश्यक सामग्री की व्यवस्था।
- होटल की व्यवस्था: विभिन्न श्रेणियों के होटलों में ठहरने की सुविधा।
- साहित्य-सामग्री: पिंडदान से संबंधित साहित्य और सामग्री की व्यवस्था।
पैकेज स्थान:
- पटना
- पुनपुन
- गया
- बोध गया
- राजगीर