BPSC पास शिक्षक अभ्यर्थियों के लिए बड़ी खबर! अगर अभी तक स्कूल में नहीं की ज्वाइनिंग तो हाथ से जा सकती है नौकरी, पढ़ लें ये आदेश
बीपीएससी के अनुसार शिक्षा विभाग से पत्र प्राप्त होने के बाद योगदान नहीं करने वाले सफल अभ्यर्थियों की सीटों पर प्रतीक्षा सूची में शामिल परीक्षार्थियों को सफल घोषित किया जा सकता है। सचिव रविभूषण ने बताया कि विभाग से इस संबंध में पत्र प्राप्त होने के बाद प्रतीक्षा में सूची में शामिल अभ्यर्थियों का नाम व अंक जारी किया जाएगा।
By Jai Shankar BihariEdited By: Rajat MouryaUpdated: Mon, 27 Nov 2023 10:04 PM (IST)
जागरण संवाददाता, पटना। BPSC Teacher News बिहार लोक सेवा आयोग की पहली अध्यापक नियुक्ति परीक्षा में सफल एक लाख 20 हजार 336 में से 88 हजार शिक्षकों ने ही स्कूलों में योगदान किया है। सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय ने योगदान करने वाले शिक्षकों की रिपोर्ट शिक्षा विभाग को भेजी है। ये सभी शिक्षक स्कूलों में बच्चों को पढ़ा रहे हैं।
सभी शिक्षकों के नाम और योगदान की तिथि के साथ ऑनलाइन विस्तृत रिपोर्ट मुख्यालय को उपलब्ध करा दी गई है। विभाग ने जिलों को निर्देश दिया था कि योगदान कर चुके शिक्षकों की रिपोर्ट 26 नवंबर तक उपलब्ध करा दें। परीक्षा में सफल नियोजित शिक्षकों को 30 नवंबर तक योगदान का समय दिया गया है।
विभाग के अनुसार, बीपीएससी ने एक लाख 70 हजार 799 सीटों के लिए एक लाख 20 हजार 336 सीटों के लिए अभ्यर्थियों को सफल घोषित किया था। इसमें एक लाख 10 हजार ने ही औपबंधिक पत्र प्राप्त किया है।
रिक्त सीटों के लिए जारी हो सकती है मेधा सूची
बीपीएससी के अनुसार, शिक्षा विभाग से पत्र प्राप्त होने के बाद योगदान नहीं करने वाले सफल अभ्यर्थियों की सीटों पर प्रतीक्षा सूची में शामिल परीक्षार्थियों को सफल घोषित किया जा सकता है। सचिव रविभूषण ने बताया कि विभाग से इस संबंध में पत्र प्राप्त होने के बाद प्रतीक्षा में सूची में शामिल अभ्यर्थियों का नाम व अंक जारी किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि इसमें उन्हीं सीटों को शामिल किया जाएगा, जिसमें परिणाम जारी होने के बाद भी अभ्यर्थी योगदान नहीं दिए हैं। यह द्वितीय अध्यापक नियुक्ति के लिए चिह्नित एक लाख 22 हजार सीटों के अतिरिक्त होगी।
ये भी पढ़ें- BPSC की ये परीक्षा पास करें और बन जाएं 50 हजार की प्रोत्साहन राशि के हकदार, यहां जानें आवेदन करने का आसान तरीका
ये भी पढ़ें- KK Pathak ने फिर चलाया डंडा! 100 से ज्यादा प्रिंसिपलों की सैलरी पर लगाई रोक, वजह भी जान लीजिए
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।