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BPSC Headmaster Recruitment: बिहार में जल्द होगी 6060 हेडमास्टरों की नियुक्ति, बीपीएससी निकालेगा विज्ञापन; जानें पूरी डिटेल

BPSC News बिहार में जल्द ही 6060 प्रधानाध्यापकों की नियुक्ति की जाएगी। शिक्षा विभाग ने इसके लिए अधियाचना भेजी है। बिहार लोक सेवा आयोग की ओर से विज्ञापन निकाला जाएगा। आयोग की ओर से लिखित परीक्षा के आधार पर योग्य अभ्यर्थियों को प्रधानाध्यापक पद पर चयन किया जाएगा। इससे पहले 2022 में बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा 6421 हेडमास्टर पद के लिए विज्ञापन जारी किया था।

By Dina Nath SahaniEdited By: Rajat MouryaUpdated: Tue, 21 Nov 2023 06:50 PM (IST)
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बिहार में जल्द होगी 6060 हेडमास्टरों की नियुक्ति, BPSC निकालेगा विज्ञापन; जानें पूरी डिटेल
राज्य ब्यूरो, पटना। BPSC Principal Recruitment राज्य के माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों में 6060 पदों पर प्रधानाध्यापकों की नियुक्ति प्रक्रिया अगले सप्ताह से प्रारंभ होगी। इसके लिए शिक्षा विभाग से संबंधित पदों पर नियुक्ति हेतु अधियाचना मंगलवार को सामान्य प्रशासन विभाग को भेज दी, जहां से बिहार लोक सेवा आयोग को अधियाचना भेजकर प्रधानाध्यापकों की नियुक्ति के लिए भेजा जाएगा।

आयोग की ओर से लिखित परीक्षा के आधार पर योग्य अभ्यर्थियों को प्रधानाध्यापक पद पर चयन किया जाएगा। इससे पहले, 2022 में बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा 6421 हेडमास्टर पद के लिए विज्ञापन जारी किया था, जिसके विरुद्ध 421 योग्य अभ्यर्थियों को प्रधानाध्यापक पद हेतु चयन किया गया।

इन बातों का रखें विशेष ध्यान

शिक्षा विभाग के एक उच्च पदस्थ अधिकारी ने बताया कि राज्य के उत्क्रमित माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों में प्रधानाध्यापक के पदों पर योग्य अभ्यर्थियों की नियुक्ति जनवरी तक कराने की उम्मीद है। प्रधानाध्यापक पद के लिए सरकारी और निजी विद्यालयों के इच्छुक योग्य अभ्यर्थियों की सेवाओं के लिए पिछले साल ही शर्तें निर्धारित की गई थी।

इसके मुताबिक प्रधानाध्यापक पद के लिए बिहार सरकार के पंचायती राज संस्था एवं नगर निकाय संस्था के तहत माध्यमिक शिक्षक के पद पर कम से कम आठ साल की नियमित सेवा का अनुभव होना चाहिए। वहीं राज्य सरकार के विद्यालय में उच्च माध्यमिक शिक्षक के पद पर कम से कम चार साल की लगातार सेवा का अनुभव आवश्यक रखा गया है।

इसके अतिरिक्त, यदि अभ्यर्थी निजी विद्यालय के शिक्षक हैं तो निजी माध्यमिक विद्यालय में शिक्षण कार्य का 12 साल का अनुभव और निजी उच्च माध्यमिक विद्यालय में शिक्षण कार्य का अनुभव 10 साल होना आवश्यक है।

बता दें कि विद्यालयों में शिक्षण कार्य का अनुभव की समय सीमा घटा देने से काफी संख्या में अभ्यर्थी मिल जाएंगे, इसलिए उम्र सीमा कम की गई है। उम्र सीमा कम किए जाने संबंधी अधिसूचना बीते दो माह पहले ही जारी की जा चुकी है।

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