BPSC TRE : 'हम लोग काम करते हैं, दुष्प्रचार...', शिक्षकों को नियुक्ति पत्र बांट गदगद दिखे CM नीतीश कुमार
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को शिक्षक नियुक्ति पत्र वितरण समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी प्राथमिकता राज्य में बच्चे-बच्चियों का पठन-पाठन और अधिक बेहतर ढंग से करने की है। हम आगे भी शिक्षकों के खाली पदों पर नियुक्ति करेंगे। मुख्यमंत्री ने बिना किसी का नाम लिये कहा कि हमलोग काम करते हैं दुष्प्रचार नहीं करते हैं।
राज्य ब्यूरो, पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को पटना के गांधी मैदान में आयोजित शिक्षक नियुक्ति पत्र वितरण समारोह का दीप प्रज्वलित कर उद्घाटन किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी प्राथमिकता है कि राज्य में बच्चे-बच्चियों का पठन-पाठन और अधिक बेहतर ढंग से हो, इसलिए आप सभी नवनियुक्त शिक्षकों से आग्रह है कि अपने दायित्वों का निर्वहन ठीक ढंग से करिएगा, ताकि बच्चों का भविष्य उज्ज्वल और बेहतर बने।
मुख्यमंत्री ने दावा किया कि हम आगे भी शिक्षकों के खाली पदों पर जल्द नियुक्ति करेंगे। हमलोग सबके उत्थान के लिए काम करते हैं। राज्य में दूसरे चरण में जिन शिक्षकों की नियुक्ति हुई हैं उनमें 85 प्रतिशत बिहार के हैं और 15 प्रतिशत बिहार से बाहर के रहनेवाले युवक-युवतियां शिक्षक नियुक्त हुए हैं।
गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराना प्राथमिकता
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2006-07 में हमलोगों ने बड़े पैमाने पर पंचायत एवं नगर निकायों के माध्यम से शिक्षकों का नियोजन शुरू कराया था, ताकि गरीब-गुरबा तबके के बच्चें बच्चियों को प्राथमिकता के आधार पर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान किया जा सके। पंचायत समितियों एवं नगर निकायों के माध्यम से कुल 3 लाख 68 हजार शिक्षकों का नियोजन हुआ है।
उन्होंने पहले कहा था कि सात निश्चय-2 के तहत 10 लाख युवक-युवतियों को सरकारी नौकरी एवं 10 लाख लोगों को रोजगार मुहैया कराया जाएगा। अब तक 3 लाख 63 हजार से अधिक लोगों की बहाली हो चुकी है। 5 लाख लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया गया है। हमलोग शीघ्र ही रिक्त पदों पर बहाली का काम शुरू करेंगे और बहुत जल्द 5 लाख लोगों की बहाली का काम भी पूरा हो जाएगा।
हम लोग काम करते हैं, दुष्प्रचार नहीं... : नीतीश कुमार
मुख्यमंत्री ने बिना किसी का नाम लिये कहा कि हमलोग काम करते हैं, दुष्प्रचार नहीं करते हैं। हमारे पत्रकार मित्रों पर अंकुश लगने के कारण वे बिहार में हो रहे विकासात्मक कार्यों को चाहकर भी प्रकाशित नहीं कर पाते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोग बिहार के सभी पंचायतों में उच्च माध्यमिक विद्यालय खोल रहे हैं। इसके लिए 2,768 नये विद्यालय भवन और 3,530 क्लास रूम का निर्माण कराया जा रहा है। इस मद में 7,530 करोड़ रूपये की स्वीकृति दी गयी है। नये विद्यालय भवन और क्लासरूम का जल्द निर्माण होगा।वर्ष 2005 में सर्वेक्षण कराने से पता चसा कि बिहार में 12.5 प्रतिशत बच्चे स्कूल से बाहर हैं। इनमें अधिकांश अल्पसंख्यक और महादलित समुदाय के बच्चे थे जिन्हें पढ़ाने के लिए टोला सेवक और तालिमी मरकज की बहाली की गई।
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