'बिहार में I.N.D.I. गठबंधन का टूटना तय', पशुपति पारस ने लालू-नीतीश को लेकर दिया बयान
भाजपा और जदयू नेताओं के बयानों से बिहार की राजनीति में उथल-पुथल का माहौल बना हुआ है। इस बीच एनडीए में शामिल पशुपति पारस ने इंउी गठबंधन को लेकर बयान दिया है। उन्होंने कहा कि महागठबंधन का टूटना 100 प्रतिशत तय है और राम मंदिर प्रतिष्ठा समारोह के बाद एनडीए के लिए अच्छा डेवलपमेंट होगा। उन्होंने लालू-नीतीश को लेकर भी बयान दिया।
पीटीआई, नई दिल्ली/पटना। भाजपा और जदयू नेताओं के बयानों से बिहार की राजनीति में उथल-पुथल का माहौल बना हुआ है। वहीं, अब एनडीए में शामिल पशुपति पारस ने इंउी गठबंधन को लेकर बयान दिया है।
उन्होंने कहा कि महागठबंधन का टूटना 100 प्रतिशत तय है और राम मंदिर प्रतिष्ठा समारोह के बाद एनडीए के लिए अच्छा डेवलपमेंट होगा।
केंद्रीय मंत्री और राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के प्रमुख पशुपति कुमार पारस ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के बीच मतभेद गहरा गए हैं।
विपक्ष चुनाव में जीत को लेकर नाउम्मीद है: पशुपति पारस
उन्होंने कहा कि अशुभ माना जाने वाला खरमास का समय जा चुका है। 22 जनवरी को अयोध्या में भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। शुभ समय शुरू हो गया है और जो भी होगा वह एनडीए के लिए अच्छा होगा। उन्होंने आगे कहा कि बिहार समेत पूरा देश राम मंदिर को लेकर उत्साहित है और विपक्ष को चुनाव से कोई उम्मीद नहीं है।
जब केंद्रीय मंत्री से यह पूछा गया कि बिहार में राजद-जदयू-कांग्रेस-वाम गठबंधन को मजबूत माना जाता है, ऐसे में क्या इस मुद्दे का असर यहां पड़ेगा? इस पर पशुपति पारस ने कहा कि वे सभी लोकसभा चुनाव में बुरी तरह हारेंगे, उनका गठबंधन भी जल्द ही टूट जाएगा।
जदयू ने लंबे समय तक नीतीश कुमार को इंडी गठबंधन में महत्वपूर्ण पद दिए जाने पर जोर दिया। वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को विपक्षी दलों के समूह के अध्यक्ष के रूप में नियुक्ति किया गया।
जदयू में भी इस बात को लेकर है कि गठबंधन के सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहने वाले कुमार की वरिष्ठता और विपक्षी दलों को एक साथ लाने के उनके प्रयासों को उचित रूप से स्वीकार नहीं किया गया है।
वहीं, लालू प्रसाद यादव और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने शुक्रवार को नीतीश कुमार से मुलाकात की और महागठबंधन में दरार की बातों को खारिज कर दिया।
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