Chhath Ghats in Patna: गंगा में जा रहे हैं अर्घ्य देने तो रहें सावधान, पटना के ये घाट हैं खतरनाक
राजधानी में गंगा जल से खरना का प्रसाद बनाने के लिए गुरुवार की सुबह से ही घाटों पर लोगों की भीड़ उमड़ी रही। शुक्रवार को व्रती अस्तलगामी सूर्य को अर्घ्य देने के लिए जुटेंगे। पटना में 24 ऐसे घाट हैं जिसे खतरनाक घोषित किया गया है।
By Akshay PandeyEdited By: Updated: Fri, 20 Nov 2020 07:58 AM (IST)
पटना, जेएनएन। पटना के गंगा घाट लोक आस्था के महापर्व छठ को लेकर सज-धज कर तैयार हो गए हैं। नहाय-खाय के साथ चार दिवसीय छठ की शुरुआत हो गई है। राजधानी में गंगा जल से खरना का प्रसाद बनाने के लिए गुरुवार की सुबह से ही घाटों पर लोगों की भीड़ उमड़ी रही। शुक्रवार को व्रती अस्तलगामी सूर्य को अर्घ्य देने के लिए जुटेंगे। पटना में 24 ऐसे घाट हैं जिसे खतरनाक घोषित किया गया है।
परंपरा के तहत हजारों व्रती घाटों पर पूजा कर रहे हैंकोरोना के चलते प्रशासन ने व्रतियों को घर पर ही अर्घ्य देने की अपील की है। इसबीच परंपरा के तहत हजारों व्रती घाटों पर पूजा कर रहे हैं। इसको लेकर जिला प्रशासन ने कई दिशा-निर्देश जारी किए हैं। साथ ही घाटों पर प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी और पुलिस पदाधिकारियों को इसका सख्ती से अनुपालन कराने का निर्देश दिया गया है। राजधानी में कुल 107 घाट हैं, लेकिन 83 घाटों पर ही अर्घ्य दिए जाएंगे। इसके अलावा 71 तालाबों को भी अर्घ्य के लिए तैयार किया गया हैं।
ये हैं खतरनाक घाट1 : मीनार घाट
2 : बिंद टोली घाट3 : बुद्ध घाट4 : अदालत घाट5 : मिश्री घाट6 : टीएन बनर्जी घाट7 : जजेज घाट 8 : वंशी घाट9 : अंटा घाट10 : जहाज घाट 11 : सिपाही घाट12 : बीएन कॉलेज घाट13 : बांकीपुर घाट14 : खाजेकला घाट15 : पत्थर घाट16 : अदरख घाट
17 : पीरदमड़िया घाट18 : नंदगोला घाट19 : नुरूद्दीन घट20 : बुंदेल टोली घाट 21 : दमराही घाट22 : केशव राय घाट23 : रिकावगंज घाट24 : बांस घाट
पीपा पुल पर दो दिन नहीं होगा परिचालनइधर, छठ को लेकर भद्रघाट से हाजीपुर के तेरसिया घाट को जोड़ने वाले पीपा पुल पर शुक्रवार से शनिवार के पूर्वाह्न तक वाहनों का परिचालन नहीं होगा। प्रशासन को पुल के दोनों ओर के घाटों पर छठ करने के लिए श्रद्धालुओं के उमड़ने की संभावना है। जानकारी गुरुवार को अनुमंडलाधिकारी मुकेश रंजन ने दी। बताया कि शनिवार को दोपहर बाद पीपापुल पर वाहनों का आवागमन शुरू हो जाएगा।
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