बिहार में छठ पर व्रतियों ने खरीदे 25 लाख के बाथ टब, अर्घ्य देने के लिए मिले 6000 खरीदार
घर की छतों पर ईंट से तालाब बनाकर भी व्रती सूर्यदेव को अर्घ्य देते हैं। पांच साल पहले तक छठ पर अर्घ्य के लिए औसतन बिहार में 1000 बाथ टब खरीदे जाते थे। इस साल 6000 बाथ टबों की बिक्री हुई जिसमें 5000 बाथ टब सिर्फ पटना में बिके।
दिलीप ओझा, पटना : छठ महापर्व पर गंगाघाट जानेवाले व्रतियों की कमी नहीं है लेकिन कई कारणों से घर की छतों पर ईंट से तालाब बनाकर भी व्रती सूर्यदेव को अर्घ्य देते हैं। हालांकि अब अर्घ्य के लिए बाथ टब का चलन बढ़ रहा है। इस साल बिहार भर में 6000 बाथ टबों की बिक्री हुई जिसकी अनुमानित कीमत 25 लाख रुपये है।
पांच साल में छह गुना बढ़ी बिक्री
पांच साल पहले तक छठ पर अर्घ्य के लिए औसतन बिहार में 1000 बाथ टब खरीदे जाते थे। इस साल बिहार में 6000 बाथ टबों की बिक्री हुई है जिसमें 5000 बाथ टब सिर्फ पटना में बिके हैं। इनकी कीमत करीब 25 लाख रुपये है। बाजार के जानकार अजय कुमार अग्रवाल ने कहा कि बिहार भर में मैं ही आपूर्ति किया हूं। कदमकुंआ स्थित शोरूम बचपन में इसे पानी के साथ प्रदर्शित किया गया था। व्रती इसे पसंद कर रहे हैं।
क्यों बढ़ रही बिक्री
काेरोना के बाद अर्घ्य के लिए खास तौर से बेबी बाथ टब, बाथ टब की खरीदारी हो रही है। अलावा घाटों पर अधिक भीड़ की वजह से बुजुर्ग या बच्चों के साथ जाने में परेशानी को देखते हुए भी मांग बढ़ी है। अनेक घाट असुरक्षित होते हैं और बच्चों के डूबने का जोखिम भी व्रती नहीं लेना चाहते हैं। घाटों पर शोरगुल ज्यादा रहता है। घर पर अर्घ्य देने से महापर्व की शुद्धता भी बनी रहती है।
दो तरह के बाथ टब
बिना हवा भरने वाले बाथ टब से हवा भरने वाला बाथ टब महंगा होता है। बाथ टब तीन से 12 फुट तक के हैं। एक व्रती को अर्घ्य देने के लिए तीन या चार फुट के टब जबकि पांच से छह व्रती के लिए 10 या 12 फुट वाले टब की खरीदारी होती है।
बाथ टब की साइज, गइराई व कीमत
- तीन फुट- 09 इंच, 600 रुपये
- चार फुट- 10 इंच, 800 रुपये
- छह फुट-15 इंच, 1200 रुपये
- आठ फुट- 18 इंच, 1800 रुपये
- दस फुट- ढाई फुट, 10 हजार रुपये
- बारह फुट- तीन फुट, 15 हजार रुपये
- हवा भरने वाले बाथ टब की कीमत - तीन से 15 हजार रुपये