Chhath Puja 2024: छठ महापर्व का दूसरा दिन आज, जानें खरना पूजा और अर्घ्य देने का समय
छठ महापर्व का आज दूसरा दिन है। आज महिलाएं मिट्टी के चूल्हे पर खरना प्रसाद तैयार करती हैं। इसके बाद अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है। खरना प्रसाद ग्रहण करने के बाद ही व्रती 36 घंटे के निर्जला व्रत की शुरुआत करते हैं। छठ पर्व के आखिरी दिन उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के बाद इस व्रत का समापन होता है।
जागरण संवाददाता, पटना। नहाय-खाय के साथ शुरू हुए लोक आस्था के महापर्व छठ का आज दूसरा दिन है। चार दिवसीय महापर्व के पहले दिन व्रतियों ने गंगा घाटों पर स्नान के बाद भगवान सूर्य को अर्घ्य देकर महाव्रत का संकल्प लिया। इसके बाद व्रतियों ने अरवा चावल, चने की दाल, कद्दू की सब्जी और आंवले की चटनी समेत कई अन्य व्यंजन तैयार किए। इनका भोग लगाने के बाद व्रती समेत स्वजनों व इष्टमित्रों ने प्रसाद ग्रहण किया।
नहाय-खाय को लेकर राजधानी के गंगा घाटों समेत अन्य नदी घाटों पर सुबह से व्रतियों का जमावड़ा लगा रहा। वहीं बुधवार को खरना के बाद 36 घंटे का निर्जला उपवास शुरू होगा। ज्योतिष आचार्य पंडित राकेश झा ने बताया कि कार्तिक शुक्ल चतुर्थी में ज्येष्ठा नक्षत्र व जयद योग में पहले दिन व्रतियों ने नहाय-खाय के साथ व्रत का शुभारंभ किया। बुधवार को व्रती कार्तिक शुक्ल पंचमी के सुकर्मा योग में खरना करेंगे।
गंगा घाटों पर व्रतियों की भीड़
सुबह से ही पटना के दीघा घाट, कृष्णा घाट समेत विभिन्न गंगा घाटों पर व्रतियों और श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने लगी। गंगास्नान के बाद नहाय-खाय और खरना प्रसाद के लिए पीतल समेत अन्य धातुओं के बर्तन में जल लेकर सभी घर लौटे। ज्योतिष आचार्य पीके युग ने बताया कि चार दिवसीय महाअनुष्ठान में भगवान भास्कर और उनकी मानस बहन षष्ठी देवी (छठी मैया) की असीम कृपा श्रद्धालुओं को प्राप्त होती है। छठ व्रत करने से लोगों के स्वास्थ्य पर सकारात्मक असर पड़ता है। संतान प्राप्ति, स्वास्थ्य, सुख, शांति और समृद्धि के लिए श्रद्धालु नियम धर्म के साथ व्रत करते हैं।गंगा घाटों पर गेहूं धोते व सुखाते दिखीं व्रतीमंगलवार को गंगा घाटों पर कई व्रती गेहूं धोते और सुखाते नजर आईं। अधिकतर श्रद्धालुओं ने घरों में गेहूं धोकर सुखाए, लेकिन कुछ लोग गंगा घाटों पर भी गेंहू सुखाते नजर आए। गंगा घाटों से लेकर घरों में छठ गीतों से माहौल भक्तिमय बना रहा। सुबह से ही गेहूं पिसवाने के लिए आटा मिलों पर लोगों का तांता लगा रहा। आटा चक्की वालों ने भी पवित्रता का पूरा ध्यान रखा है। मशीनों को धोया गया है। कई आटा चक्की वाले छठ प्रसाद का गेहूं निशुल्क पीसा है।
खरना प्रसाद ग्रहण कर व्रत का लेंगे संकल्प
- कार्तिक शुक्ल पंचमी (छह नवंबर) बुधवार को पूर्वाषाढ़ नक्षत्र व सुकर्मा योग में छठ महापर्व के दूसरे दिन व्रती खरना करेंगी। खरना में ईख के कच्चे रस या गुड़, दूध और अरवा चावल से महाप्रसाद खीर बनाया जाएगा।
- पर्व के तीसरे दिन कार्तिक शुक्ल षष्ठी सात नवंबर गुरुवार को धृति योग, रवियोग व जयद योग में अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा। मान्यता है कि अर्घ्य देने से मानसिक शांति, उन्नति व प्रगति होती है।
- आठ नवंबर शुक्रवार को कार्तिक शुक्ल सप्तमी उत्तराषाढ़ नक्षत्र के साथ आनंद योग, सर्वार्थ सिद्धि योग व रवियोग के सुयोग में व्रती गंगा घाट, तालाब, पार्क व घरों की छत पर बने कृत्रिम घाटों पर उदीयमान सूर्य को दूध तथा जल से अर्घ्य देकर व्रत का समापन करेंगे। इसके साथ ही 36 घंटे से जारी निर्जला उपवास का पारण हो जाएगा।
महापर्व के विशेष मुहूर्त
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।- खरना पूजा- शाम 5 बजकर 29 मिनट से 7 बजकर 48 मिनट तक
- अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देने का समय- शाम 5 बजकर 5 मिनट तक
- उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने का समय- 6 बजकर 2 मिनट से पहले
पटना में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
- छठ महापर्व के दौरान राजधानी में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। बिहार पुलिस मुख्यालय के स्तर से पटना, औरंगाबाद समेत कई जिलों में अतिरिक्त पुलिस बलों की प्रतिनियुक्ति की गई है। इसमें बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस बल (बीसैप) और केंद्रीय अर्द्धसैनिक बलों को भी लगाया गया है।
- इसके अलावा प्रशिक्षु दारोगा और सिपाहियों की भी तैनाती की गई है। पुलिस मुख्यालय के स्टेट पुलिस कमांड सेंटर से केंद्रीयकृत मानीटरिंग की जा रही है।
- पुलिस मुख्यालय के अनुसार, छठ पर पूरे राज्य में 35 कंपनी बीसैप और तीन कंपनी केंद्रीय अर्द्धसैनिक बल की प्रतिनियुक्ति की गई है। इसके साथ एसपी से डीएसपी स्तर के कुल 20 अफसरों को पटना जिले में लगाया गया है। वहीं डीएसपी स्तर के चार पदाधिकारियों को औरंगाबाद जिले में प्रतिनियुक्त किया गया है।
- इसके अलावा बिहार पुलिस अकादमी से प्रशिक्षणरत 1275 दारोगा को अपने पैतृक जिलों में प्रतिनियुक्त किया गया है। पटना समेत अन्य महत्वपूर्ण जिलों में 2450 पीटीसी प्रशिक्षु सिपाहियों को लगाया गया है।
- आपात परिस्थितियों से निपटने के लिए गोताखोर, एसडीआरएफ, क्विक रिस्पांस टीम, चिकित्सा शिविर, नर्सिंग स्टाफ, एंबुलेंस और अग्निशमन वाहन की व्यवस्था की गई है। अराजक और असमाजिक तत्वों की गतिविधियों पर निगरानी के लिए जिला पुलिस बल को लगातार गश्ती तथा चेकिंग करने का निर्देश दिया गया है। होटल, धर्मशाला तथा सार्वजनिक स्थलों की भी पुलिस निगरानी कर रही है।
- पुलिस मुख्यालय ने लोगों से अपील की है कि वह किसी प्रकार के अफवाहों पर ध्यान न दें। फेसबुक, एक्स, इंस्टाग्राम, यूट्यूब जैसे इंटरनेट मीडिया का दुरुपयोग न करें। इनका दुरुपयोग रोकने के लिए मीडिया सेंटर के जरिए 24 घंटे निगरानी की जा रही है।