Move to Jagran APP

Chhath Puja 2024: आज छठ महापर्व का तीसरा दिन, व्रती डूबते सूर्य को देंगे अर्घ्य

छठ महापर्व 2024 के तीसरे दिन व्रती डूबते सूर्य को अर्घ्य देंगे। जानिए अर्घ्य देने का शुभ मुहूर्त और सूर्यास्त का समय। वहीं शुक्रवार को छठ पर्व के आखिरी दिन उगते सूरज को अर्घ्य दिया जाएगा. इसी के साथ छठ पर्व का समापन होगा। जानते हैं राजधानी पटना में छठ पर्व के अवसर पर घाट और सुरक्षा की तैयारियों के बारे में

By Jagran News Edited By: Divya Agnihotri Updated: Thu, 07 Nov 2024 08:15 AM (IST)
Hero Image
छठ महापर्व के तीसरे दिन देंगे अस्त होते सूर्य को अर्घ्य
जागरण संवाददाता, पटना। लोक आस्था के महापर्व छठ के दूसरे दिन बुधवार को व्रतियों ने गंगा के पावन तट पर श्रद्धा एवं आस्था के साथ स्नान एवं खरना किया। काफी संख्या में व्रतियों ने अपने घरों में भी खरना किया। वहीं गुरुवार को अस्ताचलगामी भगवान भास्कर को छठव्रती पहला अर्घ्य प्रदान करेंगे। इसके बाद शुक्रवार को उगते हुए सूर्य को छठ का दूसरा अर्ध्य दिया जाएगा। इसके साथ ही चार दिवसीय लोक आस्था का महापर्व समाप्त हो जाएगा।

गंगा घाट में छठ पर्व की तैयारियां

छठ महापर्व को लेकर राजधानी के गंगा घाट सहित तालाबों के किनारे भव्य तैयारी की गई है। छठव्रतियों ने दिनभर उपवास करने के बाद शाम को गंगा के पावन तट पर स्नान किया। गंगा किनारे व्रतियों के आने का सिलसिला दोपहर बाद से ही शुरू हो गया। नदी किनारे आने वाले अधिकांश लोग अपने-अपने वाहन से पहुंच रहे थे। इसके अलावा घाट पर बसे मोहल्ले के लोग पैदल की नदी की धारा तक पहुंच रहे थे।

पैदल गंगा घाट पहुंची महिलाएं

दीघा, कुर्जी, राजापुर, दुजरा, मंदिरी एवं गोलघर से काफी संख्या में महिला व्रती पैदल ही गंगा घाट पहुंची। पैदल जाने वाली महिलाएं छठी माई की गीत गाते हुए गंगा किनारे पहुंच रही थीं। नदी किनारे पहुंचने पर सबसे पहले व्रतियों ने आम की दातून से मुंह धोआ। उसके बाद नदी की धारा में स्नान करने का सिलसिला शुरू हुआ। हर-हर गंगे, हर-हर महादेव एवं जय छठी मईया की जय-जयकार के साथ नदी की धारा में व्रतियों ने डुबकी लगाई। जय छठी माईया की जय-जयकार से शाम को पूरा नदी तट गूंज उठा। पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया।

सूर्य भगवान को जल अर्पित कर बनाया खरना

स्नान के बाद व्रतियों ने भगवान भास्कर को जल अर्पित किया। उसके बाद कई व्रतियों ने नदी के घाट पर ही खरना का प्रसाद बनाकर ग्रहण किया। वहीं काफी संख्या में व्रतियों ने स्नान के बाद अपने घरों में गंगा का पानी लेते गए, जिससे खरना का प्रसाद बनाया गया। आज यानी गुरुवार को छठ महापर्व को पहला अर्घ्य प्रदान किया जाएगा। इसके लिए घरों में तैयारी पूरी कर ली गई है। आज दिनभर उपवास के बाद शाम को अस्ताचलगामी भगवान भास्कर को अर्ध्य प्रदान किया जाएगा। छठ महापर्व के आखिरी दिन शुक्रवार को उगते हुए सूर्य को अर्घ्य प्रदान किया जाएगा। उसके बाद चार दिवसीय लोक आस्था का महापर्व का समापन होगा।

छठ महापर्व के तीसरे दिन सूर्यास्त का समय- शाम 05 बजकर 32 मिनट पर

ये भी पढ़ें-

Bihar Weather Today : छठ पर्व पर ठंड करेगी परेशान या मौसम रहेगा सामान्य? जानें वेदर अपडेट

Aaj ka Panchang 07 November 2024: छठ पूजा पर बन रहे हैं कई शुभ योग, जानें सूर्यास्त का समय

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।