Chhath Ganga Ghats in Patna: अर्ध्य के लिए तैयार हुए पटना के गंगा के घाट, कल पहला अर्घ्य देंगे व्रती
Chhath Puja Famous Ganga Ghats in Patna पटना के गंगा घाट महापर्व छठ के अवसर पर सूर्य उपासना के लिए सज-धज कर तैयार हो गए हैं। नहाय-खाय के साथ ही चार दिवसीय छठ पर्व की शुरुआत हो गई है। आज खरना के बाद सायंकालीन अर्घ्य शुक्रवार को है।
By Prashant KumarEdited By: Updated: Thu, 19 Nov 2020 03:55 PM (IST)
पटना, जेएनएन। राजधानी पटना के गंगा घाट महापर्व छठ पर सूर्य उपासना के लिए सज-धज कर तैयार हो गए हैं। नहाय-खाय के साथ ही चार दिवसीय छठ पर्व की शुरुआत हो गई है। गंगा जल से खरना का प्रसाद बनाने के लिए सुबह से ही घाटों पर लोगों की भीड़ उमड़ी है। शुक्रवार की व्रती अस्तलगामी सूर्य को अर्घ्य देंगे। कोरोना संक्रमण काल में प्रशासन ने व्रतियों को घर पर ही अर्घ्य देने की अपील की है, लेकिन परंपरा के तहत हजारों व्रती घाटों पर पूजा करने के लिए व्याकुल हैं। इस संबंध में जिला प्रशासन ने कई दिशा-निर्देश जारी किए हैं। साथ ही घाटों पर प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी और पुलिस पदाधिकारियों को इसका सख्ती से अनुपालन कराने का निर्देश दिया है। राजधानी में कुल 107 घाट हैं, लेकिन 83 घाटों पर ही अर्घ्य दिए जाएंगे। इसके अलावा 71 तालाबों को भी अर्घ्य के लिए तैयार किया गया है।
घाटों पर की गई ये व्यवस्था
जिला प्रशासन की ओर से छठ घाटों पर विशेष इंतजाम किए गए हैं। महिलाओं के लिए चेंजिंग रूम बनाया गया है। नदी में खतरे के निशान के साथ बैरिकेडिंग की गई है। हेलोजन लाइट के साथ साज-सज्जा की भी व्यवस्था की गई है। चोर, उचक्कों और लफंगों पर नजर रखने के लिए वॉच टावर बनाए गए हैं। इसके अलावा पेयजल और शौचालय की भी व्यवस्था की गई है।
वाटर टैंकरों में भरकर लाया गया गंगा जल
जिला प्रशासन के साथ पटना नगर निगम, विद्युत विभाग, पुलिस महकमा आदि विभाग भी घाटों पर सुविधाएं मुहैया कराने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहा है। सिविल डिफेंस की टीम भी लगाई गई है। नगर निगम की ओर से गंगा जल का भी वितरण किया जा रहा है, ताकि कम से कम लोग घाट पर पहुंचे। इससे कोरोना का खतरा कम रहेगा। वाटर टैंकरों में गंगा जल भरकर सभी वार्डों में पहुंचाया गया। बावजूद इसके हजारों लोग घाटों पर ही गंगा जल लेने पहुंचे। वार्ड पार्षदों को इसके लिए जागरुकता लाने को कहा गया था, लेकिन वे सार्थक साबित नहीं हुए।
लगातार होता रहा एनाउंसमेंटकोरोना संक्रमण से बचाव के लिए जिला प्रशासन बुधवार से ही गंगा घाटों पर एनाउंसमेंट करवा रहा है। व्रतियों से कहा जा रहा है कि गंगा घाटों से दूर हो गई है। वाहनों को घाटों तक जाने की अनुमति नहीं है, इस लिहाज से भी घरों में ही अघ्र्य देना बेहतर होगा। इसके अलावा 60 वर्ष से अधिक लोगों और दस वर्ष उम्र के बच्चों को घाटों पर जाने की मनाही है। अघ्र्य देने आने वाले व्रतियों और उनके स्वजनों को दो गज दूरी के नियम का पालन करना जरूरी है। मास्क पहनने भी अनिवार्य होगा।
इन घाटों पर नहीं दिए जाएंगे अर्घ्य जिला प्रशासन ने 107 में से 24 गंगा घाटों को खतरनाक घोषित किया है। इनमें बुद्धा घाट, अदालत घाट, मिश्री घाट, टीएन बनर्जी घाट, जजेज घाट, वंशी घाट, जहाज घाट, अंटा घाट, सिपाही घाट, बीएन कॉलेज घाट, बालू घाट, खाजेकलां घाट, पत्थर घाट, अदरक घाट, रिकाबगंज घाट, पीर मदड़िया घाट, नंदगोला घाट, नूरुउद्दीन घाट, बुंदेल टोली घाट, दमराही घाट, केशवराय घाट, बांस घाट, बंसी घाट आदि शामिल हैं। यहां आने पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया गया है।
ये हैं पटना के प्रमुख घाटदानापुर का नासरीगंज घाट, बाटा घाट, दीघा गेट नंबर 93 घाट, एलसीटी घाट, महेंद्रु घाट, कलेक्ट्रेट घाट, काली घाट, कृष्णा घाट, साइंस कॉलेज घाट, पटना कॉलेज घाट, लॉ कॉलेज घाट, रानीपुर घाट, गायघाट, दीदारगंज घाट आदि पटना के प्रमुख गंगा घाटों में शामिल हैं। यहां जिला प्रशासन ने महापर्व छठ को लेकर तैयारी की है।
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