चौक-चौराहों पर रह रहे बच्चों को मिलेगा घर, बाल श्रम मुक्त बिहार बनाने के लिए अभियान शुरू
Patna News बिहार के लोगों के लिए अच्छी खबर है। शहरों के चौक-चौराहों पर रह रहे बच्चों को घर देने के लिए योजना बनाई जाएगी। पुर्नवास योजना के तहत मजदूरी करने वाले बच्चों को मुक्त कराने के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा। बाल श्रम मुक्त बिहार बनाने में जीविका दीदियों की सहभागिता पर जोर दिया गया।
राज्य ब्यूरो, पटना। राज्य के विभिन्न शहरों में चौक-चौराहों पर रह रहे बच्चों के पुनर्वास के लिए योजना बनेगी। वहीं, ईंट भट्टों पर और शादी समारोहों में कार्य करने वाले बच्चों को मुक्त कराने के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा।
बिहार राज्य बाल श्रमिक आयोग के अध्यक्ष चक्रपाणि हिमांशु की अध्यक्षता में सोमवार को आयोजित बैठक में यह निर्णय लिया गया। बैठक में श्रमायुक्त रंजीता ने कहा कि हमलोग लगातार बाल श्रम से बच्चों को मुक्त करने का कार्य कर रहे हैं।
जागरूकता अभियान चलाने का लिया फैसला
अब शादी विवाह समारोह स्थल पर भी धावा दल का गठन कर छापेमारी की जाएगी, ताकि बच्चों को मुक्त कराया जा सके। बैठक में बाल श्रम से जुड़े बच्चों को मुक्त कराने के लिए जागरूकता अभियान और प्रचार प्रसार चलाने का फैसला लिया गया।
जीविका दीदियों की सहभागिता पर जोर
जिस तरह शराबंदी को लेकर स्कूली बच्चों और जीविका दीदियों द्वारा जागरूकता अभियान चलाकर इसे सफल बनाया गया, ठीक उसी प्रकार बाल श्रम मुक्त बिहार बनाने में जीविका दीदियों की सहभागिता पर जोर दिया गया।
बैठक में आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कान्त मिश्रा, विधायक रेखा पासवान, विधान पार्षद सौरभ कुमार, रवीन्द्र प्रसाद सिन्हा समेत यूनिसेफ पदाधिकारी मौजूद थे।
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